रांची(RANCHI):झारखंड सरकार जल्द ही आठ हजार उर्दू शिक्षकों की बहाली करने का जा रही है, आज विधान सभा में विधायक प्रदीप यादव के सवाल में जवाब में प्रभारी मंत्री ने इस बात की जानाकारी देते हुए बताया कि सरकार जल्द ही उर्दू शिक्षकों की बहाली का विज्ञापन जारी करने जा रही है. दरअसल प्रदीप यादव ने सदन में इस सवाल को उठाते हुए कहा था कि झारखंड में अल्पसंख्यकों की आबादी करीबन 15-20 फीसदी है, बावजूद इसके राज्य में उर्दू शिक्षकों की भाऱी कमी है, दूसरी तरह जैक के द्वारा भी उर्दू शिक्षक की बहाली पर रोक लगा दी गई है, जिसके कारण उर्दू भाषा भाषी छात्रों के सामने रोजगार का संकट गहराता जा रहा है.
शेख भिखारी के नाम पर उर्दू विश्वविद्यालाय खोले जाने की मांग
इसके जबाव में प्रभारी मंत्री ने कहा कहा कि सदस्य का सवाल बेहद गंभीर है, राज्य सरकार भी इस मसले पर काफी गंभीर है, और राज्य सरकार ने पहले ही आठ हजार उर्दू शिक्षकों की बहाली का मन बना लिया है. इसकी प्रक्रिया जारी है, और बेहद जल्द इसका विज्ञापन भी जारी कर दिया जायेगा. इसके साथ ही प्रदीप यादव ने मदरसा बोर्ड और उर्दू अकादमी के साथ ही उर्दू विश्वविद्यालय का मामला भी उठाया, डॉक्टर प्रदीप यादव ने इस विश्वविद्यालय का नामांकरण शेख भिखारी के नाम पर खोले जाने की मांग करते हुए कहा कि इससे अल्पसंख्यक समुदाय झारखंड में एक शैक्षिक संस्थान मिलेगा. ध्यान रहे कि जैक द्वारा उर्दू शिक्षकों की बहाली पर रोक लगाने के बाद पूरे राज्य में अल्पसंख्यक समाज के द्वारा इसका विरोध किया जा रहा था, जैक के इस फैसले को अल्पसंख्यक छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया जा रहा था, अब जाकर सरकार ने अलग से 8 हजार उर्दू शिक्षकों की बहाली करने का एलान किया है.