Ranchi- मध्य प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ता परवेश शुक्ला के द्वारा एक आदिवासी युवक दशमत रावत के सिर पर पेशाब करने से नाराज झारखंड के विभिन्न आदिवासी संगठनों के द्वारा भाजपा कार्यालय का घेराव में आक्रमक नारे लगाये जा रहे हैं.
मनुवादी-संघी सोच बंद करो, बंद करो
मनुवादी-संघी सोच बंद करो, आदिवासियों पर अत्याचार नहीं सहेगा हिन्दूस्तान, आदिवासी-मूलवासी एकता जिंदाबाद, बहुजन एकता जिंदाबाद, आदिवासी-मूलवासियों से नफरत करने वाली भाजपा होश में आओ, होश में आओ की तख्तियां हाथों में लेकर प्रदर्शनकारी अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे थें.
हालांकि प्रशासन की ओर से प्रर्दशनकारियों पर काबू पाने के लिए काफी बड़ी संख्या में पुलिस बल को उतारा गया था, प्रशासन की ओर से प्रदर्शनकारियों से शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील की जा रही थी. आज पूरे शहर की निगाह इसी ओर लगी हुई थी, लेकिन प्रशासन की सतर्कता से यह प्रर्दशन शांति पूर्ण समाप्त हो गया, लेकिन खबर यह है कि यह विरोध प्रदर्शन अंतिम नहीं है, दावा किय जा रहा है कि अभी आदिवासी संगठनों की ओर से आगे के विरोध प्रदर्शन की रणनीति बनायी जा रही है, और अभी शहर को इस तरह के कई विरोध प्रर्दशन देखने को मिल सकते हैं.
शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित युवक का धोया था पैर, मांगी थी माफी
ध्यान रहे कि इस पेशाब कांड के बाद मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित युवक दशमत रावत को सीएम कार्यालय बुलाकर उसका पैर भी घोय़ा था, साथ ही आरोपी प्रवेश शुक्ला को भी गिरफ्तार कर लिया गया है, उसके उपर एसटी एसी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है, साथ ही बुलडोजर से उसके घर को भी ध्वस्त कर दिया गया है, बावजूदपूरे देश में आदिवासी संगठनों में बवाल की स्थिति हैं, पूरे देश में जगह जगह आदिवासी दलित संगठनों के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. 2024 का लोकसभा चुनाव के पहले विपक्ष को भी बैठे बिठाये मोदी सरकार को घेरने का एक मुद्दा मिलता दिख रहा है.