रांची(RANCHI): झारखंड स्टूडेंट यूनियन की ओर से 60:40 की नियोजन नीति के विरोध में 18 अप्रैल को सभी जिलों में मशाल जुलूस निकालने और 19 अप्रैल को सम्पूर्ण झारखंड बंद की घोषणा की गयी है.
ऑक्सीजन पार्क में बनायी गयी आन्दोलन की रुप रेखा
राजधानी रांची स्थित ऑक्सीजन पार्क में इस आन्दोलन की रुप रेखा तैयार करने के बाद छात्र नेता देवेन्द्रनाथ महतो ने कहा है कि हेमंत सोरेन की सरकार को छात्रों की मांग को लेकर गंभीर नहीं है, जिसके कारण झारखंडी छात्रों और नौजवानों का भविष्य दांव पर लगा है, हम किसी भी हालत में इस नियोजन नीति को स्वीकार नहीं करने वाले है.
हेमंत सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंग रही
60:40 की नियोजन नीति का मतलब है कि 40 फीसदी सीटे गैर झारखंडियों के लिए खुला छोड़ देना, जिस दिन से इस नीति की घोषणा की गयी है, उसी दिन से ही छात्र नौजवानों के द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है, लेकिन हेमंत सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंग रही, आखिरकार छात्रों के सामने झारखंड बंद करना ही एकमात्र रास्ता है.
17 अप्रैल को सीएम आवास का घेराव
देवेन्द्रनाथ महतो ने कहा कि इसकी शुरुआत 17 अप्रैल को सीएम आवास का घेराव के साथ होगी, जिसके बाद 18 अप्रैल को सभी जिलों में मशाल जुलूस निकाला जायेगा, और उसके बाद 19 अप्रैल को सम्पूर्ण झारखंड बंद होगा.
60:40 के फार्मूले पर सीएम हेमंत का तर्क
यहां हम बता दें कि अपनी नियोजन नीति को झारखंड हाईकोर्ट के द्वारा निरस्त किये जाने के बाद हेमंत सरकार की ओर से 60:40 के फार्मूले के आधार पर नियोजन नीति का निर्माण किया गया है, हालांकि इस नियोजन नीति को लेकर सीएम हेमंत के बयानों से ऐसा लगता है कि यह नीति भी स्थायी नहीं है, सरकार की कोशिश मात्र नियोजन की प्रक्रिया को शुरु करने भर की है, ताकि छात्रों का भविष्य अंधकारमय नहीं हो, इस नियोजन का बचाव करते हुए हेमंत सोरेन ने साफ किया था कि इस मामले में हम दो कदम पीछे जरुर हटे हैं, लेकिन हमारा अंतिम ध्येय खतियान आधारित नियोजन नीति का ही निर्माण करना ही है. लेकिन युद्ध में कभी कभी दो कदम पीछे हटना राजनीतिक कौशल होता है, उसकी हार नहीं.