टीएनपी डेस्क (TNP DESK)- इंडिया गठबंधन के मुम्बई बैठक में करीबन-करीबन सभी नेताओं का जमघट लग चुका है, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, सीएम हेमंत सोरेन, सीएम भुपेश बघेल, सीएम ममता बनर्जी, सीएम स्टालिन, सीएम केजरीवाल, सीएम नीतीश, पूर्व सीएम और राजद प्रमुख लालू यादव, पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती, पूर्व फारूक अब्दुल्ला, पूर्व सीएम उद्भव ठाकरे, पूर्व सीएम शरद पवार के साथ ही करीबन 38 पार्टियों का 63 नेता मुम्बई पहुंच चुके हैं, या कुछ घंटों के अन्दर उनकी मौजदूगी होने वाली है.
पहली बैठक से तीसरी बैठक तक लगातार बढ़ता गया यह काफिला
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि पहली बैठक से तीसरी बैठक आते आते इंडिया गठबंधन का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. 16 दलों से शुरु हुई यह राजनीतिक यात्रा 38 पार्टियों तक पहुंच गयी है. दावा किया जा रहा है कि इंडिया गठबंधन की इस तीसरी बैठक में इस बार एक लोगो, एक झंडा और एक सचिवालय भी घोषणा कर दी जायेगी. इसके साथ ही संयोजक और पीएम फेस के चेहरे की भी घोषणा की जा सकती है, हालांकि अन्दरखाने खबर यह है कि अभी पीएम फेस की घोषणा नहीं की जायेगी, बल्कि इसका फैसला निर्वाचित सांसदों की भावना के अनुरुप किया जायेगा.
निर्वाचित सांसदों के द्वारा चुना जायेगा पीएम फेस
इस बीच पीएम फेस को लेकर मीडिया में जारी विवाद पर और कई पार्टियों के समर्थकों के द्वारा अपने अपने नेता के पक्ष में चलाये जा रहे अभियान और दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए आप नेता राघव चड्ढा इस बात का दावा किया है कि इंडिया गठबंधन में पीएम फेस को लेकर कोई विवाद नहीं है, यदि अलग अलग चेहरों की बात आ रही है तो यह इस बात का जीवंत प्रमाण है कि हमारे पास एक नयी कई चेहरें है, हमारे पास चेहरों की कोई कमी नहीं है, वक्त आने पर और निर्वाचित सदस्यों की भावना के अनुरुप किसी भी चेहरे को आगे किया जा सकता है.
सवाल पीएम का नहीं भारत की गंगा यमुनी तहजीब को बचाने का है
लगभग यही बात राजद नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की ओर से भी आ रहा है, उनका कहना है कि इसका फैसला निर्वाचित सांसदों की भावना के अनुरुप किया जायेगा. हमारी लड़ाई पीएम फेस को लेकर नहीं है, पीएम बनने और बनाने की नहीं है, इसके विपरीत हमारी लड़ाई भारत के लिए एक बेहतर ब्लूप्रिंट तैयार करने की है. साम्प्रादायिक और विभाजनकारी तत्वों को परास्त कर भारत को बचाने की है.