रांची(RANCHI)-सेना जमीन घोटाले में गिरफ्तार रांची के पूर्व डीसी और समाज कल्याण विभाग के निदेशक पद पर तैनात छवि रंजन को निलबिंत करने की प्रक्रिया तेज हो चुकी है. अधिकारियों को इस मामले में सिर्फ ईडी के द्वारा निर्गत औपचारिक चिट्ठी का इंतजार है, ज्योंही झारखंड सचिवालय को इसकी औपचारिक सूचना भेजी जाती है, उन्हे निलबिंत करने की विधिवत घोषणा कर दी जायेगी.
सेना जमीन घोटाले में किया गया है गिरफ्तार
ध्यान रहे कि सेना जमीन घोटाला मामले में कल करीबन 10 घंटों की लम्बी पूछताछ के बाद ईडी के द्वारा उनकी गिरफ्तारी की घोषणा कर दी गई है, लेकिन अभी तक इसकी विधिवत सूचना झारखंड सचिवालय को नहीं भेजी गयी है, यही कारण है कि अधिकारियों के द्वारा औपचारिक चिट्ठी का इंतजार किया जा रहा है.
आज बुद्ध पूर्णिमा की छुट्टी है
यहां बता दें कि आज बुद्ध पूर्णिमा की छुट्टी है. सचिवालय के सारे कर्मी आज छुट्टी पर है, लेकिन सूत्रों का दावा है कि निलंबन का लेटर जारी करने के लिए कार्यालय को खोला जा सकता है, इसके पहले भी पूजा सिंघल मामले में यही प्रक्रिया अपनाई गयी थी, तब भी ईडी के द्वारा औपचारिक चिठ्टी प्राप्त होते ही निलंबन की औपचारिक घोषणा कर दी गयी थी.
छवि रंजन से पहले करीबन आधा दर्जन आरोपियों को किया जा चुका है गिरफ्तार
सनद रहे कि इस मामले में छवि रंजन की गिरफ्तारी पहली गिरफ्तारी नहीं है, सेना जमीन घोटाले में बड़गाईं सीआई भानु प्रताप, रिम्सकर्मी अफसर अली, जमीन दलाल प्रदीप बागची, इम्तियाज अहमद, मोहम्मद सद्दाम और फैयाज खान की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है.
वर्ष 2022 में ईडी ने किया था ईसीआइआर दर्ज
बता दें कि उपायुक्त की जांच रिपोर्ट के बाद वर्ष 2022 में इस मामले में ईडी की इंट्री हुई थी और इस मामले में ईसीआइआर दर्ज पहली छापेमारी विष्णु अग्रवाल और अमित अग्रवाल के ठिकानों पर की गयी थी. इसी छापेमारी के बाद ईडी को सुराख दर सुराख मिलने लगें, जिसके बाद 13 अप्रैल को छवि रंजन और उपर वर्णित दूसरे सभी आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई, कई बार का समन और पूछताछ के बाद आखिरकार उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया.