पटना(PATNA)- पूर्व सीएम जीतन राम मांझी का केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से एक मुलाकात की खबर मात्र भर से बिहार की राजनीति में भूचाल मच गया, राजनीतिक गलियारों में बिहार के सियासी समीकरण में बदलाव के कयास लगाये जाने लगे, पटना से दिल्ली तक मचे इस राजनीतिक कोहराम को विराम तब लगा जब जीतन राम मांझी ने खुद सामने इसकी सफाई दी.
उन्होंने कहा कि मीडिया के एक हिस्से के द्वारा बेवजह इस मुलाकात को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है. बिहार के सियासी समीकरण में कोई बदलाव नहीं आने जा रहा है, हम नीतीश कुमार के साथ खड़े हैं. राजनीतिक कयासों के विपरित हमारी की कोशिश महागठबंधन को विस्तार देने की है, दूसरे सहयोगी को इसमें शामिल करने की है.
कर्पूरी ठाकुर, दशरथ मांझी और श्रीकृष्ण सिंह को भारत रत्न देने की मांग
राजनीतिक कयासों पर विराम लगाते हुए पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि हम सिर्फ पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर, दशरथ मांझी और श्रीकृष्ण सिंह के लिए भारत रत्न की मांग करने गये थें, लेकिन इस मुलाकात को राजनीतिक चस्में से देखने की कोशिश की गयी. उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान की राजनीति में छोटे दलों को लेकर एनडीए की सोच एकदम साफ है, उनकी मंशा सभी छोटे-छोटे दलों का सफाया करने की है. यह उनकी राजनीति समझ है, इस स्थिति में कोई भी छोटा दल उनके साथ खड़ा क्यों होगा?
वह कौन है जिसने भाजपा के साथ मिलकर राजनीति नहीं की
हालांकि उन्होंने यह भी कहा बार-बार हम पर ही संदेह की सुई क्यों धूमती रहती है. बिहार की राजनीति में वह कौन है, जिसने भाजपा के साथ राजनीति नहीं की है? लालू प्रसाद से लेकर नीतीश कुमार सभी एक ना एक समय भाजपा के साथ राजनीति किये हैं. फिर सवाल हम पर ही खड़ा क्यों किया जाता है.
नीतीश कुमार में पीएम बनने के सभी गुण मौजूद
जीतन राम मांझी ने जोर देते हुए कहा कि वह इधर उधर कहीं भी नहीं देख रहे हैं, उनका सपना सीएम नीतीश को पीएम बनाना है. वह अंतिम समय तक उनके साथ रहेंगे. सीएम नीतीश कुमार में पीएम बनने के सभी गुण मौजूद है, वह एक बेहतर पीएम साबित होंगे. आज भी वे विपक्षी एकता के लिए सबसे अच्छा काम रहे हैं.