Ranchi- बीएसएफ के स्थापना दिवस झारखंड पहुंचे केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया है कि झारखंड में नक्सली अब अंतिम लड़ाई लड़ रहे हैं, जल्द ही पूरे प्रदेश को इस लाल आतंक से मुक्ति मिलने वाली है. हमारे बीएसएफ के जवान नक्सलियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के बाद भी दम लेने वाले हैं. बगैर इस लाल आंतक को समाप्त किये हम अंतिम पायदान तक विकास की रोशनी नहीं पहुंचा सकते और सीआरपीएफ, आईटीबीपी और बीएसएफ के हमारे जवान इस चुनौती को अपने प्राणों की आहूति देकर भी पूरा करने को संकल्पबद्ध है.
उन्होंने कहा कि हालांकि झारखंड को उग्रवादियों के चंगुल से निकाल बाहर करने में काफी हद तक सफलता प्राप्त हो चुकी है, बावजूद इसके कुछ सीमित इलाकों में उनकी गतिविधियां जारी है, लेकिन हर दिन हम उनके सफाये की ओर आगे बढ़ रहे हैं. जवानों के गश्त के कारण उनके संसाधनों में भारी कमी आयी है.
यहां ध्यान रहे कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह बीएसएफ के 59वें स्थापना दिवस पर हजारीबाग में जवानों को संबोधित कर रहे थें. जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एक बार जब 'सीमाओं के रक्षक' मोर्चा संभाल लेते हैं तो वह सारे चुनौतियों को पार कर जाते हैं. पूरे देश को हमारे जवानों पर गर्व है. पाकिस्तान सीमा हो या बांग्लादेश सीमा, जब भी बीएसएफ को तैनात किया गया तो हर तनाव बेहद सामान्य दिखने लगा. इन्ही जवानों के मेहनत और शौर्य के बदौलत पूरा राष्ट्र चैन की नींद सोता है. किसी को भी सीमाओं का चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ती. जब तक देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं है, हम विकास की कोई गाथा नहीं लिख सकतें. आज हम जिस विकास की रफ्तार के साथ आगे बढ़ रहे हैं उसके पीछे हमारे जवानों का त्याग और शहादत है.