Ranchi- बाबूलाल की संकल्प यात्रा के समापन पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के द्वारा छोड़े गये व्यंग्य वाणों पर पटलवार करते हुए झामुमो ने कहा है कि जो पार्टी अध्यक्ष अपने ही प्रदेश में अपनी पार्टी को फजीहत से नहीं बचा सका, वह झारखंड के अभेद किले को भेदने चला है. जिसके नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश में भाजपा रसातल में पहुंच गयी, तीन-तीन मुख्यमंत्रियों को तास के पत्ते के समान फेंटने के बावजूद पार्टी को हिमाचल की जनता ने नकार कर यह संदेश दे दिया कि तुम शासन करने के योग्य नहीं हो, वह जेपी नड्डा झारखंड की आदिवासी-मूलवासियों की सरकार पर राशन से लेकर बालू तक लूट का आरोप लगा रही हैं.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि इनकी सियासी कुबत और जमीनी पकड़ का अदांजा इससे लगाया जा सकता है कि इतना प्रचार और जद्दोजहद के बाद जितनी भीड़ बाबूलाल की संकल्प यात्रा को सुनने के लिए जुटी थी, उससे दस गुना अधिक भीड़ झारखंड के हाट बजारों में किसी मदाड़ी को सुनने को जुटती है. यदि यही हालत रही तो आने वाले दिनों में भाजपा के लिए विपक्षी दल का दर्जा भी बचाना मुश्किल होने वाला है.
दुनिया का सबसे बड़ा जमीन घोटला अडाणी को पोर्ट का आवंटन
योगेन्द्र तिवारी को हेमंत सोरेन सरकार से जोड़ने की कोशिश पर पलटवार करते हुए सुप्रियो ने कहा कि पहले तो इस बात की जांच होनी चाहे कि योगेन्द्र तिवारी के ऑफिशियल अकाउंट से किन-किन लोगों को पैसा गया, और उसमें से कितना पैसा बाबूलाल और उनके सलाहकार सुनिल तिवारी के खाते में गया. उसके बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा. ये चाहे जितना भी प्रोपगैंडा फैलाने की कोशिश कर लें, लेकिन झारखंड का बच्चा बच्चा जानता है कि योगेन्द्र तिवारी किसका आदमी है, और इसकी कंपनी में किन सफेदपोशों का पैसा लगा हुआ है. जमीन लूट के आरोपों पर पलटवार करते हुए सुप्रियो ने दावा किया कि दुनिया का सबसे बड़ा लैंड स्कैम अडाणी को किया गया पोर्ट आवंटन है. यह कौन सी बेबसी है कि मोदी शासन काल में भारत की सारी संपत्तियां और जमीन अडाणी को दी जा रही है, आखिर पीएम मोदी और अडाणी के बीच का यह रिश्ता क्या है? लेकिन जेपी नड्डा की हैसियत और हिम्मत उस लूट पर बोलने की नहीं है, उन्हे मालूम है कि जुबान खोलते ही उनकी क्या दुर्दशा होने वाली है, और किस प्रकार उन्हे भाजपा से बाहर का रास्ता दिखला दिया जायेगा.