रांची(RANCHI): माकपा नेता और जमीन कारोबारी सुभाष मुंडा की हत्या का राज अब खुलता नजर आने लगा है. हालांकि अभी पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन कई संकेत ऐसे मिल रहे हैं, जिससे इस बात की आशंका बलवती हो जा रही है कि सुभाष मुंडा की हत्या जमीन विवाद में हुई है. अब तक सुभाष मुंडा से जुड़े कई जमीन विवाद की जानकारी सामने आ रही है, पुलिस की जांच अब इसी एंगल पर घूमती नजर आ रही है.
नगड़ी पेट्रोल पंप के पास की जमीन हो सकता है हत्या का कारण
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगड़ी पेट्रोल पंप के पास एक 91 डिसमिल जमीन को लेकर भी विवाद था. हालांकि इस जमीन से सुभाष मुंडा कोई सीधा रिश्ता नहीं था. इस जमीन के लिए एतवा मुंडा और विष्णु मुंडा के बीच काफी दिनों से विवाद की स्थिति थी, दोनों ही पक्ष इस जमीन पर अपना अपना दावा ठोंक रहे थें, वारदात से एक दिन पहली ही इस जमीन को लेकर एक बैठक हुई थी, जिसमें सुभाष मुंडा भी शामिल हुआ था. बैठक के दौरान दोनों पक्ष अपनी अपनी दावेदारी जता रहे थें, लेकिन सुभाष मुंडा के द्वारा एतवा मुंडा और उसके चचरे भाई मुंशी मुंडा को इस जमीन से अपना दावा खत्म करने को कहा गया था, सुभाष मुंडा की बात एतवा मुंडा को नागवार गुजरी थी, और दोनों के बीच तू तू मैं की स्थिति बन गयी थी, एतवा मुंडा के द्वारा सुभाष मुंडा के देख लेने की धमकी भी दी गयी थी, ठीक इसके दूसरे दिन ही सुभाष मुंडा की हत्या हो गयी.
चाय बगान की जमीन को लेकर भी चल रहा था विवाद
इसके साथ ही सुभाष मुंडा जमीन कारोबारी कमल भूषण के साथ मिलकर भी जमीन कारोबार में संलग्न था, चाय बगान की किसी जमीन को लेकर भी विवाद की स्थिति थी. पुलिस ने इस मामले में जेल में बंद राहुल कुजूर और डब्लू कुजूर से भी पूछताछ की है. इसके साथ ही अब तक 59 संदिग्धों से पूछताछ की जा चुकी है. लेकिन अब तक कोई खास जानकारी सामने नहीं आयी है. हालांकि पुलिस की ओर से बहुत जल्द इस मामले का उद्भेदन किये जाने का दावा किया जा रहा है.