Ranchi-31 जुलाई से सेना जमीन घोटाले में हवालात की हवा खा रहे विष्णु अग्रवाल की हालत दिन पर दिन खराब होती जा रही है और इसी गिरते स्वास्थ्य का हवाला देते हुए उसके द्वारा पीएलएमए की स्पेशल कोर्ट में जमानत की गुहार लगायी गयी है. विष्णु अग्रवाल का दावा है कि सेना जमीन घोटाले से उसका दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है, बगैर कोई सबूत और साक्ष्य को उसे इस मामले में जबरन फंसाया जा रहा है. स्पेशल कोर्ट में विष्णु अग्रवाल का पक्ष रखते हुए अधिवक्ता विक्रांत सिन्हा ने इसी आधार पर जमानत देने की मांग की है, जिसके बाद कोर्ट ने ईडी को 11 सितम्बर को अपना जवाब पेश करने का निर्दश दिया.
पूछताछ के दौरान ही खराब होने लगी विष्णु अग्रवाल की तबीयत
यहां ध्यान रहे कि पूछताछ के दौरान ही विष्णु अग्रवाल के द्वारा लगातार अपने गिरते स्वास्थ्य का हवाला देते हुए समय की मांग की जा रही थी, कभी पूजा को कभी बीमारी का हवाला देकर पूछताछ को टालने की कोशिश की जा रही थी, बावजूद इसके उसे ईडी के द्वारा पेश होने का निर्देश दिया गया और पूछताछ के बाद 31 जुलाई को उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
एक साथ कई बीमारियों से जुझ रहा है विष्णु अग्रवाल
लेकिन जैसे ही 31 जुलाई को उसकी गिरफ्तारी हुई, उसकी तबीयत और भी खराब होने लगी. शुगर, बीपी के साथ ही विष्णु अग्रवाल हार्ट की समस्या के भी जुझ रहा है, उसके हार्ट की सर्जरी हुई है और वह पेसमेकर के सहारे अपनी जिंदगी काट रहा है. ऐसे हालात में जब उसे सहारे की जरुरत थी, उसे कालकोठरी में भेज दिया गया, जेल अधिकारियों को जैसे ही उसकी बीमारी की खबर मिली और यह मालूम हुआ कि विष्णु अग्रवाल एक साथ कई बीमारियों से ग्रस्त है, शुगर बीपी के साथ ही वह पेसमेकर के सहारे अपनी सांस ले रहा है. जेल प्रशासन के द्वारा आनन-फानन में उसे रिम्स के कैदी वार्ड में भर्ती करवाया गया और तब से विष्णु अग्रवाल रिम्स के कैदी वार्ड में ही है. वह रिम्स के इसी वार्ड से जमानत की गुहार लगा रहा है, ईडी के खिलाफ कानूनी की लड़ाई लड़ रहा है.
यहां बता दें कि विष्णु अग्रवाल पर सेना की जमीन को फर्जी दस्तावेज के आधार पर खरीने के साथ ही सिरम टोली और पूंगडू में भी अवैध तरीके से जमीन खरीदने का आरोप है. यह दावा भी किया जाता है कि जिस जमीन पर न्यूक्लियस मॉल का निर्माण किया गया है, वह जमीन पर अवैध तरीके हासिल किया गया है, लेकिन फिलहाल वह सेना जमीन मामले में मुसीबतों का सामना कर रहा है. इस मामले में अब तक रांची की पूर्व डीसी छवि रंजन, बड़गाई अंचल सीओ भानुप्रसाद सहित कुल 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.