रांची (TNP Desk) : झारखंड में मंत्रिमंडल विस्तार से पहले बड़ी खबर सामने आयी है. मंत्रियों की शपथ से पहले कांग्रेस में बगावत हो गई है. पार्टी के 12 विधायकों ने अलग से बैठक की है. हालांकि बैठक में विधायकों ने क्या निर्णय लिया है वो अभी तक सामने नहीं आया है. लेकिन सर्किट हाउस के कमरा नंबर 107 में चल रही इस बैठक से ऐसा लगता है कि आने वाले समय में झारखंड कांग्रेस में बड़ी टूट हो सकती है. दरअसल कांग्रेस ने अपने पुराने चेहरों पर भरोसा जताया है जिसके कारण पार्टी के विधायकों में नाराजगी है. नाराज विधायकों ने झारखंड कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर से शिकायत की है. कहा तो ये भी जा रहा है कि सभी नाराज विधायक दिल्ली जाकर कांग्रेस आलाकमान से भी शिकायत करेंगे. वहीं पार्टी डैमेज कंट्रोल में जुटी हुई.
पुराने चेहरे से कांग्रेस विधायकों में नाराजगी
इस बीच प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि पार्टी को कोई नाराजगी नहीं है. सब ठीक है. सभी से मिल बैठकर हमलोगों ने बातचीत की है. जो खबरें मीडिया में चल रही है वो सिर्फ अफवाह है. बता दें कि पहले कहा जा रहा था कि कांग्रेस पार्टी से कुछ नए विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल जायेगा. जिसमें दीपिका पांडे, अंबा प्रसाद, पूर्णिमा नीरज सिंह, भूषण बाड़ा, कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह की बात चल रही थी. लेकिन इससे पहले तत्कालीन हेमंत सोरेन की सरकार में जो मंत्री थे वो भी नाराज चल रहे थे. देखना होगा कि कांग्रेस अभी परिवार की लड़ाई को कैसे निपटेगी या बड़ी टूट होगी.
पुराने चेहरो को ही दुबारा शामिल किए जाने के संकेत
गठबंधन सूत्रों की मानें तो नई कैबिनेट में चार से पांच नए चेहरे को शामिल गया है. इस बार 12वां मंत्री के रूप में बैद्यनाथ राम मंत्री के रूप शपथ ले सकते हैं. वहीं दो मंत्रियों को डिप्टी सीएम का दर्जा दिया जा सकता है. कांग्रेस कोटे से चार मंत्री में से तीन मंत्रियों का मंत्रालय बदला जाना लगभग तय है. ये मंत्री कौन होंगे, इसके नाम का खुलासा नहीं हो पाया है. कहा ये भी जा रहा है कि चंपाई सरकार पुराने चेहरों पर ही भरोसा दिखा रहे हैं.