टीएनपी डेस्क (TNPDESK) : जैसे-जैसे दूर्गा पूजा नजदीक आता जा रहा है, सोशल मीडिया पर असली-नकली रावण की बहस तेज होती जा रही है. जहां भाजपा राहुल गांधी की तस्वीर को सामने रख कर असली रावण बताने की कोशिश कर रही है. इस बात का आरोप लगा रही है कि राहुल गांधी चीनी पैस के सहारे पीएम मोदी के खिलाफ झूठी खबरें तथ्यहीन आरोप लगा रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पीएम मोदी को दस मुख वाला असली रावण बता रहा है. इसके साथ ही इंडिया टूडे के उन पुरानों अंकों को भी सामने लाया जा रहा है. जिसमें पीएम मोदी के लिए हीरो ऑफ हिट्रेड, मास्टर डिवाइडर, एगोनी ऑफ गुजरात, राईडिंग द हीट वेव जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया था, उन पुराने अंकों की कवर पृष्ठ को एक बार फिर से सोशल मीडिया पर अपडेट किया जा रहा है.
विजयादशमी पर रावण दहन की रही परंपरा
दरअसल विजयादशमी के दिन असत्य और अन्याय का प्रतीक दशानन रावण के पुतलों को दहन करने की परंपरा है. अब इन्ही प्रतीकों लेकर सोशल मीडिया पर एक दूसरे पर किचड़ उछालने का दौर शुरु हो चुका है. मणिपुर में आदिवासी महिलाओं का सार्वजनिक बलात्कार पर प्रधानमंत्री की कथित चुप्पी और केन्द्रीय एजेंसियों के द्वारा विपक्ष की आवाज को दबाने का आरोप लगाते हुए पीएम मोदी को इस युग का रावण, तो कभी महान तांत्रिक बताया जा रहा है. जिससे पूरे देश की अंखडता और सम्प्रूभता को खतरा पैदा हो गया है. इस बात का दावा भी किया जा रहा है कि राहुल गांधी को चीनी एजेंट बताने वाली भाजपा पीएम फंड में चीनी कंपनियों के द्वारा लगाये गये पैसों की हकीकत को क्यों छूपा रही है. दर्जनों चीनी कंपनियों के द्वारा पीएम फंड में बड़ी राशि का निवेश किया गया है, और उधर चीन हमारी जमीन पर कब्जा करता जा रहा है, बावजूद इसके चीनी अतिक्रमण पर पीएम मोदी चुप्प है,उनकी यह चुप्पी देश की अखंडता के लिए बेहद खतरनाक है.
भाजपा के द्वारा ही की गई थी इस खेल की शुरुआत
यहां यह भी बता दें कि इस खेल की शुरुआत भाजपा के मीडिया सेल के द्वारा ही किया गया था, तब भाजपा ने राहुल गांधी को रावण के रुप में दर्शाते हुए उनकी फोटे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था, लेकिन जैसे ही यह तस्वीर वायरल हुई, कांग्रेस का भी मीडिया सेल एक्टिव हो गया और ‘मोदानव शीर्षक’ के तहत पीएम मोदी की तस्वीर साक्षा कर पलटवार की शुरुआत कर दी गयी.
इसके साथ ही जयराम रमेश ने मोर्चा खोलते हुए लिखा कि पीएम मोदी हर दिन एक नया झूठ बोलकर इस बात को प्रमाणित कर रहे हैं कि वह मानसिक रुप से बीमार हो चुके हैं, क्योंकि इस तरह का कंटेट सिर्फ कोई बीमार आदमी ही बना सकता है. लेकिन कांग्रेस डरने वाली नहीं है. देखना होगा कि विजयादशमी आते आते यह सोशल मीडिया वार कितनी ऊंचाइयों पर पहुंचता है, और इसके साथ ही इसके और कौन कौन से स्वरुप देखने को मिलते हैं.