टीएनपी डेस्क(TNP DESK): मोदी सरनेम मामले में देश की सर्वोच्च अदालत के द्वारा सदस्यता वापसी का तोहफा मिलने के बाद राहुल गांधी ने सबसे पहले लालू यादव को याद किया है, जब पूरे देश में कांग्रेसी जश्न में डूबे थें, तब राहुल गांधी राजद सांसद मीसा भारती के आवास पर लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात कर रहे थें. हालांकि दोनों की ओर से इस मुलाकात के बारे में कोई बयान नहीं दिया गया, लेकिन जिस प्रकार से पटना बैठक के दौरान लालू यादव ने राहुल गांधी को दुल्हा बनने की तैयारी करने और दाढ़ी को छोटा करने की सलाह दी थी, सियासी गलियारों में उसका अर्थ राजनीतिक दुल्हे से निकाला गया था, दावा किया गया था कि लालू यादव राहुल गांधी को पीएम फेस बनाने को इच्छुक हैं, कुछ यही हाल ममता बनर्जी का भी था, ममता ने भी बेंगलुरु बैठक में राहुल को अपना सबसे प्रिय बताया था.
माना जाता है कि राहुल गांधी भी लालू यादव की इस सदाशयता को नहीं भूले, और सदस्यता वापसी का फैसला आते ही उन्हे सबसे पहले लालू यादव की याद आयी, और बगैर देरी किये मीसा भारती के आवास पर उनसे मिलने पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया.
बिहार में तकरार, दिल्ली में गलबहियां
ध्यान रहे कि लालू यादव फिलहाल दिल्ली में बेटी मीसा भारती के आवास पर हैं, इसके साथ ही तेजस्वी यादव की दिल्ली में ही मौजूद है, हालांकि इधर बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को राजद और कांग्रेस के बीच रस्साकशी के दावे किया जा रहे हैं, खुद कांग्रेसी नेताओं के द्वारा भी इस बारे में बयान दिये जा रहे हैं और इस बात का दावा किया जा रहा है कि अब विचार मंथन का वक्त नहीं है, बल्कि मंत्रिमंडल का विस्तार की तिथि घोषित करने का है. लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद धार चढ़ती नहीं दिख रही है, बताया जा रहा है नीतीश मंत्रिमंडल में विस्तार नहीं होने का कारण लालू और तेजस्वी की रणनीतियां है, वह एक से ज्यादा मंत्री पद कांग्रेस को देने को तैयार नहीं है, जबकि कांग्रेस अपने हिस्से में दो मंत्री पद की मांग पर अड़ी है.