रांची(RANCHI)- लोकसभा चुनाव 2024 के लेकर मिशन झारखंड की शुरुआत हो चुकी है, राहुल गांधी की नजर झारखंड की 14 लोकसभा सीटों पर लगी हुई है. एक-एक सीट का चुनावी समीकरण को समझने और उसे साधने की रणनीति पर विचार किया जा रहा है. सामाजिक समीकरण को समझने की कोशिश की जा रही है. किन-किन सीट पर कांग्रेस खुद लड़ेगी और किन-किन सीटों को झामुमो और दूसरे सहयोगियों के खाते में दिया जा सकता है, इसका मुल्याकंन किया जा रहा है. पूर्व अध्यक्ष सुखदेव भगत, राजेश ठाकुर, मंत्री रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम गीता कोड़ा के साथ ही सभी वरीय नेता दिल्ली में मौजूद है. उनके द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के समक्ष मिशन झारखंड का विस्तृत खाका पेश किया गया है. अब इन नेताओं के द्वारा सौंपी गयी रिपोर्ट को अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी समझने की कोशिश कर रहे हैं, इसके साथ ही दूसरे स्रोतों से भी जानकारियां जुटाई जा रही है. अब तक की प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस की नजर हजारीबाग, रांची, चाईबासा और कोडरमा सहित कूल पांच सीटों पर है, हालांकि कांग्रेस के एक खेमे का दावा कुल नौ सीटों पर है. जबकि संथाल सहित कूल पांच सीटों को झामुमो को सौंपने की बात कही जा रही है, जबकि शेष दो सीटों को दूसरे सहयोगियों को सौंपा जा सकता है.
हालांकि झामुमो की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं है, क्योंकि कोई भी फैसला आखिरकार झामुमो के साथ मिलकर ही किया जायेगा, यह अभी कांग्रेस की तैयारी और उसका दावा है, साफ है कि जल्दी ही राहुल गांधी और हेमंत सोरेन के बीच मुलाकात हो सकती है, उसके बाद ही सही तस्वीर सामने आ पायेगी. इधर झामुमो से जुड़े सूत्रों का दावा कि झामुमो इस बार कांग्रेस को पांच से ज्यादा सीट नहीं देने जा रही है, इसके साथ ही उसकी नजर चाईबासा लोकसभा सीट पर भी लगी हुई है.