रांची (RANCHI)-मनेरगा घोटाले में निलंबित आईएएस पूजा सिंघल की कुल 82.77 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों पर आज से सरकार का कब्जा हो गया है. एक दिसम्बर 2022 को इन संपत्तियों को जब्त किये जाने के बाद अब एडजुकेडिंग अथॉरिटी ने ईडी की इस कार्रवाई पर अपनी मुहर लगा दी है, इसके बाद आज से यह सारी संपत्तियां सरकार की हो गयी है.
82.77 करोड़ रुपए की इन संपत्तियों में सबसे अधिक चर्चा और लोगों की उत्सुकता पल्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल ओर पल्स डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर को लेकर है. क्योंकि यहां आज के दिन में प्रति दिन सैकड़ों लोगों का इलाज चल रहा है.
लोकहित में नहीं होगा पल्स हॉस्पिटल को बंद करने का फैसला
हालांकि खबर यह है कि सरकार इस हॉस्पिटल को बंद नहीं कर इसका संचालन का जिम्मा देवघर एम्स को सौंप सकती है. इसकी मुख्य वजह इस हॉस्पिटल में करोड़ों रुपये का निवेश और अत्याधुनिक उपकरण है, इसको बंद करते ही ये सारे उपकरण बर्बाद हो जायेगे. और यह फैसला लोकहित के अनुरुप नहीं होगा. यही कारण है कि यह माना जा रहा है कि सरकार इसका संचालन किसी बड़े संस्थान को सौंप सकती है. इसमें सबसे अधिक चर्चा देवघर एम्स को लेकर है, सरकार के अन्दर से भी यही सकेंत मिल रहे हैं, हालांकि अभी इस पर अंतिम मुहर नहीं लगी है.
आदिवासी जमीन पर किया गया है पल्स हॉस्पिटल निर्माण
ध्यान रहे कि पल्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के जमीन को लेकर भी विवाद है, दावा किया जाता है कि इसका निर्माण आदिवासी जमीन पर किया गया है, इसके मूल रैयत के द्वारा इस संबंध में दावेदारी पेश की गयी है. अब देखना होगा कि सरकार इस विवाद का समाधान कैसे निकालती है.
पूर्व मंत्री एनोस एक्का के जब्त आवास पर चल रहा है ईडी का कार्यालय
ध्यान रहे कि इसके पहले भी ईडी के द्वारा पूर्व मंत्री एनोस एक्का के आवास को जब्त कर किया गया था, जहां आज के दिन ईडी कार्यालय का संचालन किया जा रहा है. अब पूजा सिंघल मामले में कार्रवाई करते हुए पल्स हॉस्पिटल को जब्त कर लिया गया है. माना जाता है कि इस कार्रवाई से भ्रष्ट्र अधिकारियों के बीच एक संदेश जायेगा.