पटना (TNP Desk) : बिहार में कल यानि 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होना है. उससे पहले राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है. एक ओर जहां कांग्रेस ने अपने विधायकों को हैदराबाद में शिफ्ट कर दिया है. वहीं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के एक बयान से भाजपा अलर्ट मोड में आ गई है. बीजेपी ने अपने सभी विधायक व विधान पार्षद को प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन बोधगया के महाबोधी होटल में किला बंदी कर दिया है. यानि एक तरह से नजर बंद कर दिया है. उन सभी से कोई मिल नहीं सकता है. इसके अलावा विधायकों के मोबाइल को भी जमा करा लिया गया है.
विधायकों को किसी से मिलने की अनुमति नहीं
बीजेपी ने अपने विधायकों को किसी से भी मिलने की अनुमति नहीं दी है. बंद कमरे में नजर बंद किया गया है. कार्यक्रम स्थल पर प्रदेश जिला के पदाधिकारी का भी प्रवेश वर्जित कर दिया गया है. साथ ही प्रशिक्षण स्थल के प्रवेश द्वार से मीडिया कर्मियों को भी अंदर जाने की मनाही कर दी गई है.
बिहार में ’खेला’ होगा के बाद भाजपा ने उठाया बड़ा कदम
बता दें कि जब नीतीश कुमार ने आरजेडी से नाता तोड़कर एनडीए में शामिल हो गए और उसी दिन यानी 28 जनवरी को ही एक बार फिर से 9वीं बार नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने, तभी से बयानबाजी शुरू हो गया था. पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और राजद के तमाम नेताओं के द्वारा पिछले कई दिनों से यह कहा जा रहा है कि बिहार में ’खेला’ होगा. इसके बाद, भाजपा ने यह कदम उठाया है. वहीं अभी फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार सियासत उफान मार रही है.
शाहनवाज हुसैन और उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा पहुंचे गया
मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी के प्रशिक्षण शीविर के दूसरे दिन बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन सहित कई नेता बोधगया पहुंचे हैं. ऐसे में बंद कमरे में कौन सी पाठ पढ़ाई जा रही है यह कहना अभी मुश्किल है. लेकिन इतना तो जरूर लग रहा है कि फ्लोर टेस्ट से पहले बीजेपी भी अपने विधायकों को बोधगया के होटल में शिफ्ट कर दिया है. वहीं मीडिया से बातचीत के दौरान विजय सिन्हा ने कहा कि बीते दिनों जो लोग (राजद) सरकार में आए थे, वह सत्ता में अराजकता और भ्रष्टाचार फैलाने का काम कर रहे थे. जो जानकारी मिली है वो ये है कि बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी प्रशिक्षण के प्रथम दिन ही देर शाम पटना लौट गए. वहीं बीजेपी नेता अपने विधायकों और एमएलसी को कई निर्देश दिए हैं.