रांची(RANCHI)- क्या झारखंड सरकार पाकिस्तान तक सड़क बनाने जा रही है? क्या खनिज संपदाओं से भरपूर इस झारखंड में अब संसाधनों की कोई कमी नहीं रही? क्या हम झारखंड से बाहर निकल कर पाकिस्तान तक सड़क बनाने की हैसियत में आ गये हैं?
अब टेंडर पर सवाल
दरअसल यह पूरा विवाद देवघर जिला बोर्ड की ओर से जारी एक टेंडर के बाद सामने आया है. जिला बोर्ड के द्वारा सारठ अनुमंडल के सबजौर पंचायत के धारपोखर से बरही टोला तक सड़क निर्माण (पीसीसी) के लिए एक निविदा प्रकाशित की गयी है. लेकिन निविदा में बरही टोला का नामांतरण पाकिस्तान कर दिया गया. जिसके बाद इस विवाद की शुरुआत हुई है.
निविदा प्रकाशन के बाद खूली अधिकारियों की नींद
निविदा प्रकाशित होते ही आम से लेकर खास तक इसकी चर्चा होने लगी. लोग तरह तरह के सवाल पूछने लगे. कुछ लोगों ने बरही टोला को पाकिस्तान बताने पर एतराज भी किया. विवाद बढ़ता देख विभाग के कार्यकारी अभियंता के.के. चौधरी सामने आयें, सफाई दी गयी कि यह महज क्लर्कियल मिस्टेक है. मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जिला परिषद अध्यक्ष किरण देवी ने कहा सड़क निर्माण की सिफारिश करते वक्त यह त्रुटि की गयी होगी, बाद में इसे उसी रुप में निविदा में प्रकाशित कर दिया गया, जल्द ही इसमें सुधार कर दिया जायेगा.
पाकिस्तान जैसे है इस गांव के हालात
जबकि स्थानीय जानकारों का कहना है कि दरअसल बरही टोला की स्थिति कुछ कुछ पाकिस्तान जैसी ही है, यहां ना तो सड़क है, ना स्कूल और ना ही किसी प्रकार की कोई दूसरी मूलभूत सुविधा, आजादी के इतने वर्षो के बाद भी इस गांव की स्थिति पाकिस्तान से अच्छी नहीं है. यही कारण है कि यहां के स्थानीय वाशिंदों के द्वारा इसे पाकिस्तान कह कर संबोधित किया जाता है. यह इसका नाम नहीं होकर उपनाम है, हालांकि सरकारी फाइलों में यह दर्ज नहीं है, लेकिन जब सड़क की मांग गयी थी तो इस गांव को पाकिस्तान ही बताया गया था, अधिकारियों के द्वारा बगैर जांच किये, यही नामांकरण कर दिया गया.