रांची(RANCHI)-एक तरफ इडी की कोशिश सेना जमीन घोटाले के सभी आरोपियों को एक-एक कर जेल के अन्दर पहुंचाने की है, उनके गुनाहों की सजा दिलवाने की है, लेकिन अब वही जेल जमीन काराबारियों और भ्रष्ट अधिकारियों के लिए मिटिंग स्थल बनता दिख रहा है.
मुंह में कपड़ा लपेट छवि रंजन से मिला प्रेम प्रकाश
दावा किया जा रहा है कि सेना जमीन घोटाले में जेल भेजे गये छवि रंजन से उसी जेल में बंद प्रेम प्रकाश ने रात के अंधेरे में उनके वार्ड में जाकर मुलाकात की थी, छवि रंजन के वार्ड में जाने से पहले प्रेम प्रकाश ने अपने चेहरे को पूरी तरह से कपड़े में लपेट लिया था, ताकि दूसरे कैदियों के सामने उसकी पहचान उजागर नहीं हो सके. यही पूरी वारदात उसी पांच मई की शाम की है, जिस दिन छवि रंजन को बिरसा मुंडा कारागार भेजा गया था. हालांकि यह कोई पुख्ता जानाकारी नहीं, बल्कि सूत्रों के हवाले से इडी तक पहुंची मात्र एक खबर है.
शाम 6.41 बजे हुई थी यह मुलाकात
दावा किया जा रहा है कि प्रेम प्रकाश ठीक 6.41 पर छवि रंजन के वार्ड में घुसा था और 7.36 तक उनके साथ रहा, इस बीच दोनों के बीच आगे की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई और आगे की रणनीति क्या होगी, इस पर गहन विचार विमर्श किया गया. इस खबर को सामने आते ही इडी अधिकारियों में हरकत तेज हो गयी, और आनन फानन में जेल में छापेमारी मारे जाने की अनुमति की मांग गई, पीएमएलए कोर्ट से इसकी इसकी अनुमति मिलते ही अधिकारियों की एक टीम बिरसा मुंडा कारगार की ओर निकल पड़ा. ठीक दोपहर तीन बजते-बजते इडी अधिकारियों का दस्तक बिरसा मुंडा कारागार में हो चुका था, वे जेल अधीक्षक के कार्यालय के सामने पहुंच चुके थें, जहां से जेल अधीक्षक को अपने साथ लेकर वे जेल के अन्दर पहुंच गये और छापेमारी की शुरुआत कर दी गई.
पांच मई से सात मई तक बिरसा मुंडा कारगार में था छवि रंजन
ध्यान रहे कि पांच मई से सात मई के बीच छवि रंजन बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारागार में थें, जहां से सात मई को उन्हे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. हालांकि छापेमारी में क्या मिला अभी तक यह जानकारी सामने नहीं आयी है, हालांकि इडी अधिकारियों के द्वारा सीसीटीवी फुटेज जब्त करनी की खबर सामने आयी है.
इसके पहले मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार आरोपियों के द्वारा जश्न मनाने की आई थी खबर
ध्यान रहे कि इसके पहले भी बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारागार में मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार आरोपियों के द्वारा जश्न मनाने की खबर आयी थी, इस खबर को सामने आते ही इडी की ओर से सीसीटीवी फुटेज की मांग की गयी थी, लेकिन इडी की इस मांग का बिरसा मुंडा कारागार के द्वारा विरोध किया गया, जिसके बाद इडी ने पीएमएएल कोर्ट से सीसीटीवी फुटेज दिलवाने की गुहार लगायी थी, हालांकि पीएमएएल कोर्ट से इसकी अनुमति दे दी भी गयी, लेकिन बिरसा मुंडा कारागार के द्वारा इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दे दी गयी. और अब तक इडी को हाईकोर्ट के आदेश का इंतजार है.