Ranchi- क्या आने वाले दिनों में इंडिया गठबंधन का नया नामांकरण भारत किए जाने की तैयारी है. क्या इंडिया शब्द पर मचे घमासान और भाजपा की कथित बेचैनी पर विपक्ष एक और राजनीतिक पैंतरा मार सकता है. दरअसल फिलहाल यह महज एक राजनीतिक आशंका है, कयास है, और इसकी वजह है जी-20 डिनर के निमंत्रण पत्र में प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखे जाने के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की ओर से सामने आयी प्रतिक्रिया.
आज भाजपा को इंडिया शब्द से चिढ़, कल भारत से भी हो सकती परेशानी
अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि आज भाजपा को इंडिया शब्द से चिढ़ है, वह इतिहास बनाने के बजाय इंडिया शब्द को मिटाने की मुहिम चलाती नजर आ रही है, आज निमंत्रण पत्र से इंडिया को मिटाया गया है, कल नोटों से मिटाया जायेगा, संविधान के पन्नों से मिटाया जायेगा, लेकिन क्या कल हम इस गठबंधन का नाम भारत रख ले, तो क्या भाजपा फिर भारत के खिलाफ मुहिम चलायेगी. क्योंकि तब तो भाजपा के लिए भारत के साथ खड़ा होने में भी मुसीबत पेश आयेगी. और यहीं से इस आशंका को बल मिलता है, कहीं विपक्ष अपना नाम बदल कर एक बार फिर से भाजपा को बैक फूट पर डालने की तैयारी तो नहीं कर रही. क्योंकि जिस तरह आज भाजपा के अन्दर इंडिया की दहशत देखी जा रही है, कल वही दहशत भारत के लिए भी हो सकती है.
नया ट्रेंड खड़ा करने की कोशिश
हालांकि आमंत्रण पत्र में जिस प्रकार से इंडिया शब्द के बदले में भारत का उपयोग किया गया, उस कुछ भी असंवैधानिक नहीं है, लेकिन एक नया ट्रेंड खड़ा करने की कोशिश जरुर की गयी है, अब तक जिस सहजता के साथ प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया लिखा जाता था, उसे बदलने की कोशिश की गयी है. और विपक्ष का दावा है कि यह बदलाव इंडिया गठबंधन की बढ़ती लोकप्रियता और उसके कारण भाजपा की हताशा की अभिव्यक्ति है. आज भाजपा इंडिया शब्द से नफरत करने के कगार तक पहुंच चुकी है, और यही हमारी जीत है.