Patna-विपक्षी एकता का केन्द्र बिन्दु बन कर सामने आये सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि कर्नाटक चुनाव के बाद पटना में विभिन्न दलों की एक बड़ी बैठक आयोजित की जा सकती है. फिलहाल हर पार्टी के बड़े नेता कर्नाटक चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं, एक बार यह चुनाव सम्पन्न हो जाय, तब मिल बैठकर विपक्षी एकता का खांचा तैयार किया जायेगा. उन्होंने कहा कि वह विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुखों से लगातार संपर्क में हैं. कई लोगों के द्वारा इस बैठक को बिहार में ही आयोजित करने का आग्रह किया जा चुका है.
पूरे देश में विपक्षी एकता के लिए दौरा कर रहे हैं नीतीश
हमारी सभी लोगों से बातचीत हुई है, कुछ अन्य लोगों से बातचीत अभी बाकी है। उसके बाद तय होगा कि कहां पर बैठक होगी: विपक्षी एकता पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पटना pic.twitter.com/fy83HBiKEg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 29, 2023
ध्यान रहे कि हाल के दिनों में नीतीश कुमार विपक्षी एकता की केन्द्र बिन्दु बन कर सामने आये हैं, उनके द्वारा विभिन्न राजनीतिक दलों से संवाद कायम किया जा रहा है, उनकी इस मुहिम में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का भी साथ मिल रहा है, अखिलेश यादव से लेकर ममता बनर्जी तक की मुलाकात में तेजस्वी यादव कंधा से कंधा मिलाकर उनके साथ खड़े नजर आ रहे हैं.
लालू यादव के पटना पहुंचते ही बदलने लगी बिहार की राजनीतिक फिजा
इस बीच राजद प्रमुख लालू यादव का भी पटना आगवन हो चुका है, लालू यादव के पटना पहुंचते ही बिहार की राजनीतिक तपिश बढ़ गयी है. राजद कार्यकर्ताओं से लेकर महागठबंधन के बीच भी नई राजनीतिक उर्जा का संचार देखा जा रहा है. लालू यादव के द्वारा विभिन्न राजनीतिक हस्तियों से मेल मिलाप का सिलसिला भी चालू हो चुका है. माना जाता है कि लालू यादव की पटना में मौजूदगी भी एक बड़ा कारण है, जिसके कारण इस आयोजन को पटना में आयोजित किये जाने पर विचार हो रहा है.
कोआर्डिनेशन कमिटी का गठन, सीएम नीतीश को अध्यक्ष की जिम्मेवारी
खबर यह भी है कि विपक्षी एकता को मूर्त रुप देने के लिए एक कोआर्डिनेशन कमिटी का गठन पर भी विचार चल रहा है. जिसके अध्यक्ष की जिम्मेवारी सीएम नीतीश को सौंपी जा सकती है, जबकि लालू प्रसाद को एक सलाहकार की भूमिका में इस कमिटी का हिस्सा होंगे.