रांची(RANCHI)-निशिकांत दूबे के दूध और इत्र फैक्ट्री के दावों को झूठलाते हुए जंग खाते शिलापट्टों के साथ सामने आये दीपिका पाडेंय सिंह ने एक बार फिर से निशिकांत के खिलाफ बड़ा हमला बोला है, इस बार मामला गोड्डा में सैनिक स्कूल खुलवाने की घोषणा का है.
दूध और इत्र की दरिया बहाने का दावा
यहां बता दें कि गोड्डा में दूध और इत्र की दरिया बहाने का दावा करने वाले भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने इसके पहले झुमरी तिलैया की तर्ज पर गोड्डा में सैनिक स्कूल खुलवाने का एलान किया था. और सिर्फ एलान ही नहीं, बाकायदा स्कूल के लिए महागामा विधान सभा क्षेत्र के ठाकुर गंगटी में स्थल का चयन भी कर लिया गया था. लेकिन एक दो वर्ष नहीं, पूरे दस साल गुजर जाने के बाद भी ठाकुर गंगटी में स्कूल निर्माण के लिए एक ईट्टा भी नहीं लगा और इधर उसके सपने बेच बेच कर निशिकांत महागामा विधान सभा क्षेत्र की जनता से वोट बटोर ले गयें.
अब दुमका के जरमुंडी में खुलेगा सैनिक स्कूल
लेकिन अब खबर यह है कि यह सैनिक स्कूल दुमका के जरमुंडी प्रखंड में खोले जाने की तैयारी है. झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग (माध्यमिक शिक्षा निदेशालय) की ओर से 26 मई 2023 को सैनिक स्कूल सोसाइटी (रक्षा मंत्रालय) को एक पत्र भी लिखा गया है.
निशिकांत के दावे पर फिर भड़की दीपिका पाडेंय
इत्र और दूध की दरिया के दावों से भड़की दीपिका पांडेय सिंह को जैसे ही यह खबर हाथ लगी, एक बार फिर से निशिकांत को निशाने पर लेते हुए पूछ डाला कि भाजपा सांसद के पास जिस घोषणा को पूरा करने की शक्ति और संकल्प ही नहीं होता, उसकी घोषणा क्यों की जाती है. ढिढ़ोरा तो खूब पीटा जाता है, लेकिन जमीन पर कुछ उतरता नहीं. सिर्फ और सिर्फ जुबानी जमा खर्च कर गोड्डा और महागामा का विकास नहीं किया जा सकता.
जिसे पूरा करने की कुब्बत नहीं हो, उसकी घोषणा क्यों!
हालांकि निशिकांत दूबे ने इस सैनिक स्कूल को गोड्डा से दुमका जाने पर अफसोस जताया है, लेकिन दीपिका सवाल दर सवाल खड़े किये जा रही हैं. उनका सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि जिसे पूरा करने की कुब्बत नहीं हो, उसकी घोषणा क्यों! और हर बार यह निशिकांत ही क्यों कर जाते हैं. दीपिका कहती है कि पिछले दस सालों में निशिकांत दूबे ने गोड्डा वासियों के लिए जितने भी वादे किये सभी हवा हवाई साबित हुए, आज तक एक भी वादा सरजमीन पर नहीं उतरा, हालत यह है कि वह घोषणा कर निकल जाते हैं, और दीपिका को उस वादे को सरजमीन पर उतारने के लिए कीचड़ स्नान करना पड़ता है.
निशिकांत करें घोषणा और कीचड़ स्नान करे दीपिका
यहां याद रहे कि कभी निशिकांत दूबे ने गोड्डा की जनता से एनएच को लेकर बड़ा एलान किया था, लेकिन उसके बाद बर्षों तक बड़े-बड़े गड्ढे बने रहे, आखिकार विधायक दीपिका पाडेंय सिंह ने एनएच के उन गड्ढों कीचड़ स्नान का एलान कर दिया, और किया भी, जिसके बाद नेशनल हाईवे की नींद टूटी और उसका नवनिर्माण हुआ.
महागामा में तीन सौ बेड के अस्पताल से निशिकांत को सदमा
दीपिका पाडेंय ने इस बात का भी दावा किया कि महागामा की धरती पर 300 बेड के अस्पताल से निशिकांत को गहरा सदमा लगा है, लेकिन निशिकांत यह भूले नहीं कि हम दीपिका है, हमारा काम बोलता है, हम जब कोई वादा करते हैं तो उसे पूरा करने के लिए दिन रात एक करते हैं, ना कि घोषणा कर पतली गली से निकल जाते हैं