रांची(RANCHI)- मांडर उपचुनाव के बाद अब डुमरी के मैदान में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (AIMIM) की इंट्री हो चुकी है, दावा किया जाता है कि हार जीत से अलग एआईएमआईएम की दिलचस्पी महज इस मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की हैं, एआईएमआईएम प्रत्याशी अब्बदुल मोमिन रिजवी की ओर से अल्पसंख्यक बहुल गांवों का दौरे की शुरुआत भी हो चुकी है. हालांकि उनके साथ कोई बड़ा काफिला नहीं चलता, लेकिन स्थानीय होने के कारण अल्पसंख्ययक गांवों में अब्बदुल मोमिन रिजवी की चर्चा जरुर हो रही है. इस बीच खतियानी झारखंड पार्टी ने एनडीए उम्मीवार यशोदा देवी के पक्ष में अपना उम्मीदवार बैधनाथ महतो को वापस लेने का फैसला किया है.
एनडीए को मिला खतियानी झारखंड पार्टी का समर्थन
ध्यान रहे कि खतियानी झारखंड पार्टी का गठन सिल्ली के पूर्व विधायक अमित महतो और पूर्व कांग्रेस विधायक गीता श्री उरांव के द्वारा किया गया है, खतियानी झारखंड पार्टी की मुख्य मांग 1932 के खतियान को झारखंडियों की पहचान बनाने की है. खतियान आधारित स्थानीयनता की मांग के सवाल पर ही अमित महतो ने झामुमो को छोड़ा था और अपनी अलग पार्टी का बनाने का गठन किया था. अब इस पार्टी के द्वारा एनडीए उम्मीदवार यशोदा देवी के पक्ष में अपना उम्मीदवार वापस लिए जाने का फैसला किया गया है.
माना जा रहा है कि खतियानी झारखंड पार्टी के द्वारा एनडीए उम्मीदवार समर्थन और एआईएमआईएम के द्वारा अल्पसंख्यक मतों में सेंधमारी से यशोदा देवी को ताकत मिल सकती है, हालांकि अभी चुनाव प्रचार प्रसार अपने रफ्तार पर नहीं पहुंचा है, लेकिन माना जा रहा है कि यहां मुख्य मुकाबला इंडिया गठबंधन की बेबी देवी और एनडीए उम्मीदवार यशोदा देवी के बीच ही होना है.
इस मुकाबले को और भी रोचक बनाने के लिए जल्द ही सीएम हेमंत की भी सभा हो सकती है, जबकि एनडीए की ओर से सुदेश महतो मोर्चो खोल सकते हैं. इस बीच आश्चर्यजक रुप से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल इस मुकाबले से दूर अपनी संकल्प यात्रा में लगे हैं, इसके साथ ही वहां भाजपा को कोई बड़ा चेहरा दिखलाई नहीं पड़ रहा.