रांची(RANCHI): झारखंड में मनिलांड्रिंग का मशीन माने जाने वाले विष्णु अग्रवाल ने एक बार फिर से ईडी के समक्ष पेशी से इंकार कर दिया है. स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर अब तक पेशी बचते रहे विष्णु अग्रवाल ने इस बार नयी तरकीब ढूंढ़ी है, इस बार विष्णु अग्रवाल को पूजा की याद आयी है. उसका दावा है कि उसके घर में आज पूजा-पाठ है, पूरे परिवार इसकी तैयारियों में लगा है. जिसके कारण आज वह ईडी के समक्ष पेश होने में असमर्थ है. इसके साथ ही उसके द्वारा एक बार फिर से समय देने की मांग की गयी है. अब देखना होगा कि ईडी उन्हें बार-बार नोटिस ही भेजती रहती है या दूसरे विकल्प की भी तलाश करती है.
ईडी के समझ पेश होने से बचने की कोशिश कर रहा है विष्णु अग्रवाल
ध्यान रहे कि विष्णु अग्रवाल को इसके पहले भी कई बार समन भेजा जा चुका है, लेकिन हर बार स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर समय की मांग की जाती रही है, इसके पहले 17 जुलाई को उपस्थित होने का समन भेजा गया था, लेकिन उस बार भी अपनी बीमारी का हवाला देते हुए समय की मांग की गयी थी, और आज नयी तरकीब ढूंढ़ते हुए पूजा का हवाला देकर समय की मांग की गयी है.
महज आठ साल पहले काम की तलाश में आया था रांची
ध्यान रहे कि आज से महज आठ वर्ष पहले रांची आया था, इसके पहले वह बंगाल के पूर्लिया में छोटा-मोटा धंधा करता था, लेकिन रांची आते ही उसका सितारा बुंलद होने लगा. सम्पर्क सूत्र विस्तार लेने लगा, राजनीतिक गलियारों में पहुंच बनती चली गयी. इस राजनीतिक पहुंच के बल पर उनसे महज सात आठ वर्षों में करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर लिया, दावा किया जाता है कि आज के दिन उसके पास करीबन पांच सौ करोड़ रुपये की संपत्ति है. उसकी कमाई का मुख्य स्रोत मनिलांड्रिंग है, झारखंड के कई नामचीन राजनेताओं की काली कमायी उसके कारोबार में लगी हुई है. सारे भ्रष्ट राजनेता और अधिकारी अपनी अपनी काली कमाई को सफेद करने के लिए विष्णु अग्रवाल को याद करते हैं.