Ranchi- एक तरफ जहां विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया के द्वारा मणिपुर का दौरा कर वहां का हालात को समझने की कोशिश की जा रही है और उस फिडबैक के आधार पर लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा बरपाया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर मणिपुर हिंसा की गूंज अब राज्यों के विधान सभाओं में भी गूंजने लगी है.
झारखंड विधान सभा के मुख्य द्वारा पर सत्ता पक्ष के विधायकों के द्वारा मणिपुर हिंसा को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया, जबकि विपक्ष की कोशिश नियोजन नीति के सवाल पर सरकार को घेरने की थी, दोनों पक्षों की यह तकराहट विधान सभा के अन्दर भी देखने को मिली.
सदन की कार्यवाही शुरु होते ही गूंजा मणिपुर का मामला
सदन की कार्यवाही शुरु होती ही सत्ता पक्ष के विधायकों में मणिपुर के सवाल पर हो हंगामें की शुरुआत कर दी. जबकि विपक्ष के द्वारा सत्ता पक्ष से नियोजन नीति को लेकर सवाल खड़े किये जाने लगे, दोनों पक्षों की टकराहट और हो हंगामें के कारण सदन की कार्यवाही की दिन के 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया.
आज सदन की कार्यवाही का दूसरा दिन
यहां बता दें कि आज सदन की कार्यवाही का दूसरा दिन है, सदन की कार्यवाही 4 अगस्त तक चलनी है, इस दौरान सरकार को कई विधेयक सदन के पटल पर रखने हैं, इसके साथ ही आज अनुपूरक बजट को भी पेश करना है. माना जाता है कि आने वाले दिनों में सदन में काफी हो हंगामा देखने को मिल सकता है. बावजूद इसके सरकार की कोशिश खतियान आधारित नियोजन नीति, पिछड़ों वर्गों का आरक्षण विस्तार और मॉब लींचिग विधेयकों को एक बार फिर सदन के पटल पर रख कर राजभवन भेजने की होगी.
यहां ध्यान रहे कि इन विधेयकों को पहले भी सदन से मंजूरी प्रदान की गयी थी, लेकिन इन सारे विधायेकों को राजभवन के द्वारा कई आपत्तियों के साथ लौटा दिया गया, अब हेमंत सरकार इसे एक बार फिर से राजभवन भेजने की तैयारी में हैं.