Ranchi-सीएम हेमंत से लेकर झारखंड कांग्रेस के पदाधिकारियों के द्वारा बार-बार अपने-अपने कार्यकर्ताओं को यह समझाने की कोशिश की जा रही है कि 2024 का जंग सामान्य सियासी संघर्ष नहीं होने वाला है, परंपरागत हथियार और युद्ध कौशलों से विजयश्री नहीं मिलने वाली है, पूरी लड़ाई सोशल मीडिया पर लड़ा जाना है, यदि आपकी लड़ाई सोशल मीडिया पर कमजोर पड़ गयी तो समझें कि आप इस महाजंग की शुरुआत में ही अपनी लड़ाई हार गयें.
आपकी उपलब्धियों को अपने भ्रमजाल से मटियामेट करेगी भाजपा
सीएम हेमंत ने कार्यकर्ताओं को सावधान करते हुए कहा है कि आपके सामने छल-प्रपंच और झूठ का तीर लिए भाजपा खड़ी है, उसकी हर कोशिश आपकी उपलब्धियों को मटियामेट कर अपने भ्रमजाल के बूते उपलब्धियों का पहाड़ खड़ा करने की है. जमीन पर भले ही वह कहीं दिखलाई नहीं दें, लेकिन सोशल मीडिया पर वह अपनी पूरी आक्रमकता के साथ मौजूदगी दर्ज करवाता रहेगा. यही उसकी ताकत और यही उसकी कमजोरी भी है. सोशल मीडिया पर पछाड़ खाते ही वह बूरी तरह से हांफता नजर आने लगता है, उसकी पूरी हवा निकलती हुई दिखलाई पड़ने लगती है. सोशल मीडिया, बिकाई मेन स्ट्रीम मीडिया और अखबार के सिवा उसकी कोई ताकत नहीं है, और उसकी यही ताकत आपकी कमजोरी है, इसी कमजोरी को पार पाना ही असली संघर्ष और आपकी जीत की शुरुआत है.
सोशल मीडिया पर 24x7 लड़ाई लड़ने वाले रणबांकुरों की हो रही तैनाती
सोशल मीडिया की इस ताकत का अंदाजा कांग्रेस को भी है. यही कारण है कि उसके द्वारा भी बार बार अपने कार्यकर्ताओं को इस खतरे से आगाह किया जा रहा है, उन्हे इस नये युद्घ के बारीकियों से लैश किया जा रहा है. और इसके साथ ही उन्हे 24x7 सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने की सलाह दी जा रही है, कांग्रेस ने हर लोकसभा के लिए सोशल मीडिया की एक कमेटी का गठन करने का एलान किया है. जहां सोशल मीडिया के रणबांकुरों को तैयार किया जाएगा, जिसके माध्यम से वाट्सएप ग्रुप और दूसरे सोशल साइट के सहारे भाजपा के झूठ के खिलाफ मोर्चा खोला जायेगा.
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हिन्दू मुस्लिम का खेल कर भाजपा का सियासी जमीन तैयार करती है मीडिया
यहां ध्यान रहे कि इंडिया गठबंधन के द्वारा पहले ही यह आरोप लगाया जाता रहा है कि देश की कथित मेन स्ट्रीम मीडिया और अखबारों पर सरकार का कब्जा हो चुका है, उस पर बैठने वाले एंकरों के द्वारा एक सोची समझी रणनीति के तहत हिन्दू मस्लिम का खेल खेल कर सामाजिक समरसता को मटियामेट कर भाजपा के पक्ष में सियासी पिच तैयार की जा रही है. यही कारण है कि इंडिया गठबंधन के द्वारा करीबन एक दर्जन एंकरों को काली सूची में डाल दिया गया है, जहां आज के दिन कोई भी इंडिया गठबंधन का प्रवक्ता नहीं जाता. इंडिया गठबंधन के तमाम घटकों का मानना है कि भाजपा की ताकत उसका काम नहीं बल्कि उसका दुष्प्रचार है, प्रचार के भ्रमजाल में वह विपक्षी दलों के द्वारा शासित सरकारों की उपलब्धियों को मटियामेट करना चाहती है, और बची-खुची कसर उसकी बी टीम ईडी और सीबीआई पूरी कर देती है.
भाजपा की ताकत उसका काम नहीं बल्कि उसका झूठा प्रचार है
शायद यही कारण है कि इस बार कांग्रेस और सीएम हेमंत की पूरी रणनीति बदली नजर आ रही है. हालांकि 2024 की लड़ाई का औपचारिक एलान में अभी करीबन आठ महीनों का वक्त बाकी है, लेकिन अभी से ही सोशल मीडिया के लिए रणबांकुरों की खोज की जा रही है, इन रणबांकुरों की जिम्मेवारी बेहद प्रोफेशनल तरीके से भाजपा के भ्रमजाल को नेस्तानाबुद करने की होगी. लेकिन इसके साथ ही एक कोशिश यह भी है कि अपने हार्डकोर कार्यकर्ताओं को भी इस युद्ध के बारीकियों से अवगत करवाया जाये. ताकि जैसे ही उनके सामने भाजपा का कोई दुष्प्रचार सामने आये वह मुकाबले को तैयार हो जायें.