New delhi- पिछले 15 दिनों से यौन शोषण की शिकायत लेकर जंतर मंतर धरना प्रदर्शन कर रहे महिला पहलवानों को अब खाप पंचायतों का समर्थन मिला है. हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और यूपी के खाप पंचायत के प्रतिनिधियों ने कहा है कि इस न्याय की लड़ाई में हम अपनी बेटियों को अकेला नहीं छोड़ सकते. इन बेटियों को हर तरफ से निराशा मिली है, न्याय की कोई उम्मीद अब बाकी नहीं रह गयी है, जिस प्रकार से प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बावजूद दिल्ली पुलिस बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रही है, उसके बाद सारा मंजर साफ हो जाता है. अपनी बेटियों के इंसाफ के लिए अब हमारा दिल्ली कूच करना ही एकमात्र विकल्प है.
महिला किसानों ने तोड़ा दिल्ली पुलिस की बैरिकेंटिंग
हालांकि 16 मई से पहले आज सुबह से ही बस और ट्रैक्टर में सवार होकर बड़ी संख्या में किसान दिल्ली पहुंचने की शुरुआत भी हो चुकी है और अभी भी भारी संख्या में किसानों का जंतर-मंतर पर पहुंचना जारी है. आज सुबह-सुबह खाप पंचायत से जुड़ी महिलाओं के द्वारा पुलिस की सारी बैरिकेंटिंग को तोड़ दी गयी, जिसके बाद दिल्ली पुलिस की ओर से इन्हे जंतर-मंतर पर पहुंचने की अनुमति प्रदान कर दी गयी.
शांतिपूर्ण होगा किसानों का महापंचायत
इस बीच किसान नेता राजेश टिकैत ने कहा है कि महिला पहलवानों के समर्थन में होने वाला यह महापंचायत बिल्कुल शांतिपूर्ण तरीके से होगा. बावजूद इसके यदि पुलिस हमें हिरासत में लेने की कोशिश करती है तो किसान थाने में ही बैठकर महापंचायत करने को बाध्य होंगे.
इस बीच सर्वखाप पंचायत के मुख्य सचिव रामफल राठी ने भी महिला पहलवानों को समर्थन देने का फैसला किया है, रामफल राठी ने कहा है कि बृजभूषण शरण सिंह पर लगाये गये आरोप बेहद गंभीर है, बावजूद उसकी गिरफ्तारी नहीं होना कई गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं.
किसानों का एक और संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनैतिक) की ओर से भी इस मुद्दे पर पूरे देश के विभिन्न किसान संगठनों के साथ ऑनलाइन बैठक की गयी है, जिसके बाद हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश किसानों के द्वारा दिल्ली कूच करने की घोषणा की गयी है.