New Delhi- मध्यप्रदेश की राजनीति के दो दिग्गज कर्नाटक के चुनावी मैदान में एकदूसरे से भीड़ते नजर आ रहे हैं. वार प्रतिवार करने में दोनों को एकदूसरे से पीछे रहना जरा भी मंजूर नहीं है. अखाड़ा भले ही कर्नाटक का चुनावी मैदान हो, लेकिन लड़ाई मध्यप्रदेश की लड़ी जा रही है. दरअसल यह कहानी है मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान और पूर्व सीएम कमलनाथ की. फिलहाल दोनों मध्यप्रदेश की अपनी लड़ाई को कर्नाटक के चुनावे जंग में लड़ रहे हैं.
शिवराज सिंह ने 3C को कांग्रेस की पहचान बताया था
इसी चुनावी अखाड़े में कमलनाथ को ललकारते हुए सीएम शिवराज ने कांग्रेस की पहचान 3C से बताई थी, लेकिन कमलनाथ को कमलनाथ ठहरे, भला वह शिवराज के इस चुनावी वार को खाली कैसे जाने देते, अगले ही दिन उन्होंने इस 3C पर वार करते हुए भाजपा की पहचान 5B को बता दिया.
जवाब में 5B के साथ सामने आये कमलनाथ
अब आप हैरत में होंगे कि यह 3C और 5B कौन सी बला है, तो यह कोई बला नहीं बल्कि चुनावी जुमला है, 3C को कांग्रेस की पहचान से जोड़ते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि करप्शन, क्राइम और कमीशन को भाजपा की पहचान बताया था, इसी चुनावी तीर पर प्रतिवार करते हुए कमलनाथ ने 5B को भाजपा की पहचान बता दिया.कमलनाथ ने 5B की गुत्थी को खोलते हुए कहा कि बुराई, बेईमानी, बदमाशी, बेरोजगारी और बर्बादी ही भाजपा की पहचान है. भाजपा के शासन के काल में इस 5B का खूब प्रगति हुई है, लेकिन आम लोगों की जिंदगी दूभर हो गयी है, उनके सामने तो दो जून की रोटी का जुगाड़ करना भी महान कार्य हो गया है.