Ranchi-नीति आयोग ने देश भर के 500 आकांक्षी प्रखंडों में से झारखंड के 34 प्रखंडों की पहचान की है, इसके लिए उन प्रखंडों की शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, आजीविका, पेयजल और कृषि को आधार बनाया गया है, इन पैरामीटरों पर ये प्रखंड काफी पिछड़े पाये गये हैं, अब नीति आयोग की ओर से इन प्रखंडों में विकास की गति प्रदान करने के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की जायेगी, ताकि ये प्रखंड शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका और पेयजल के पैमाने पर देश के दूसरे प्रखंडों की बराबरी कर सकें.
प्रधानमंत्री पीएम मोदी संबंधित जिलों के डीसी से करेंगे बात
इसी कड़ी में पीएम मोदी शुक्रवार को इन प्रखंडों के डीसी से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सीधा संवाद करेंगे. ताकि इन प्रखंडों की मूलभूत चुनौतियों को समझा जा सके. और उसके अनुरुप विकास की योजनाओं को तैयार किया जा सके. जिससे की आने वाले दिनों में ये प्रखंड भी देश के दूसरे प्रखंडों के समकक्ष खड़ा हो सकें, इन प्रखंडों में भी शिक्षा स्वास्थ्य और विकास की दूसरी योजनाओं को गति प्रदान किया जा सके. हालांकि इसका परिणाम काफी लंबे बाद ही देखने को मिलेगा.
यहां ध्यान रहे कि इसके पहले भी सांसद विधायकों के द्वारा कई गांवों और शहरों को गोद लिया गया था, दावा किया गया था कि गोद लिये गांवों और शहरों में विशेष योजनाओं का संचालन किया जायेगा, उनकी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जायेगा, लेकिन बाद में ये सारे दावे खोखले साबित हुए.
झारखंड के आकांक्षी प्रखंडों की सूची
इन प्रखंडों में लातेहार का महुआडांड़, लोहरदगा का किस्को, पाकुड़ का लिट्टीपाड़ा, पलामू का हरिहरगंज, रामगढ़ का पतरातु, रांची का मांडर, साहिबगंज का मंडरो, सरायकेला का गम्हरिया, कुकरू और सरायकेला, सिमडेगा का बांसजोर, पश्चिमी सिंहभूम का गुजरी और टोंटो प्रखंड, बोकारो जिला का गोमिया प्रखंड, चतरा का मयूरहंड और देवघर का देवीपुर, सारठ व सारवां, धनबाद का गोविंदपुर, दुमका का जरमुंडी व रामगढ़, पूर्वी सिंहभूम का मुसाबनी, गढ़वा का मझियांव, गिरिडीह का जमुआ, गोड्डा का सुंदर पहाड़ी, गुमला का डुमरी, हजारीबाग का चौपारण और कटकमदाग, जामताड़ा का फतेहपुर और विद्यासागर, खूंटी का कर्रा, कोडरमा का जयनगर और मरकच्चो शामिल है.