रांची- झारखंड में ईडी की गतिविधियां दिन प्रति दिन तेज होती जा रही है. पूजा सिंघल, रामनिवास यादव, राजीव अरुण एक्का और वीरेन्द्र राम जैसे अधिकारियों से पहले ही पूछताछ हो चुकी है, इसमें से पूजा सिंघल और वीरेन्द्र राम अभी भी हवालात की हवा खा रहे हैं, राजीव अरुण एक्का से पूछताछ सम्पन्न हो चुकी है, फिलहाल वह कुछ शांति महसूस कर रहे हैं, हालांकि कहा नहीं जा सकता कि ईडी कब और एक नोटिस उन्हे थमा दें. जबकि रांची के पूर्व डीसी रहे छवि रंजन आज ही ईडी कार्यालय में तलब किया गया है. छवि रंजन की छवि से पूरा झारखंड दागदार होता दिख रहा है, उन पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सेना की जमीन को भू माफियाओं को सौंपने का आरोप है.
सेना जमीन घोटाले में उदय की भूमिका संदेह के घेरे में
लेकिन बड़ी खबर यह है कि एक तरफ जब ईडी कार्यालय में बैठाकर छवि रंजन से सेना जमीन घोटाले में उनकी भूमिका पर सवाल खड़े किये जा रहे थे, तब ठीक उसी समय ईडी अधिकारियों की दूसरी टीम सीएम हेमंत के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू के पीपीएस उदय के डोरंडा स्थित आवास पर छापेमारी कर रही थी. हालांकि यह छापेमारी क्यों की जा रही है, अभी इसका रहस्योद्घाटन नहीं किया गया है. लेकिन सूत्रों की माने तो यह छापेमारी भी सेना की जमीन से जुड़ा हुआ है. दावा किया जा रहा कि सेना जमीन घोटाले में हिरासत में लिए गये दूसरे आरोपियों के द्वारा इस मामले में उदय की संलिप्ता की जानकारी दी गयी है, इसके साथ ही निबंधन कार्यलय से ईडी के अधिकारियों को कई दस्तावेज हाथ लगे हैं, जिसके आधार पर सेना जमीन घोटाले में उदय की संलिप्तता की शंका जाहिर की जा रही है.
क्या अभिषेक प्रसाद की ओर बढ़ रहा है ईडी का हाथ
लेकिन इस छापेमारी के साथ ही यह सवाल भी खड़ा होने लगा है कि क्या ईडी का हाथ एक बार फिर से अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू की ओर बढ़ रहा है. क्या उदय से पूछताछ के बाद अब इस मामले में अभिषेक प्रसाद को भी बुलाया जा सकता है. क्या उदय प्रसाद अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू तक पहुंचने की मात्र एक कड़ी है. ध्यान रहे कि इसके पहले भी साहिबगंज खनन घोटाला मामले में अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू के साथ ईडी पूछताछ कर चुकी है.