रांची (TNP Desk) : कांग्रेस के 12 विधायकों की बगावती तेवर से झारखंड में सियासी भूचाल आ गया है. इस भूचाल से चंपाई सरकार मुश्किल में फंस गई है. मंत्री पद नहीं मिलने से कांग्रेस के 12 विधायक नाराज चल रहे हैं. नाराज विधायकों का कहना है कि नई सरकार के मंत्रिमंडल में हमलोगों को जगह मिले. जबकि कांग्रेस ने पुराने साथियों पर ही भरोसा जताया है. बगावत पर उतरे विधायकों ने बजट सत्र के बहिष्कार की धमकी दी है. शानिवार शाम को आठ विधायक दिल्ली पहुंच गए हैं. जबकि दो विधायक आज जाएंगे. बताया जाता है कि कांग्रेस के आलाकमान के साथ अपनी बात रखेंगे. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मिल प्रदेश के हालातों की जानकारी देंगे. दिल्ली जाने से पहले कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने कहा कि वे एकजुट हैं. हमारी मांगे जायज है. इसलिए वे लोग दिल्ली जा रहे हैं.
...झारखंड में आ जाएगा सियासी भूचाल
बताया जाता है कि नाराज विधायकों की मांगे अगर कांग्रेस आलाकमान नहीं माने तो राज्य में सियासी भूचाल आ जायेगा. चंपाई सरकार आकार लेने से पहले ही बिखर जायेगी. ऐसे में राज्य में राजनीतिक संकट गहरा जायेगा. जबकि कुछ दिन बाद देश में आम चुनाव होने हैं. चुनाव से पूर्व अगर राजनीतिक संकट नहीं टला तो लोकसभा चुनाव में झामुमो और कांग्रेस को काफी नुकसान होगा.
ये विधायक दिल्ली गए ये नहीं
मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने के बाद कांग्रेस के बागी विधायकों ने फिलहाल सरकार को संकट में डाल ही दिया है. साथ ही पार्टी को भी असमंजस की स्थिति में आ गई है. कहा जा रहा है शनिवार को आठ विधायक दिल्ली गए है. उनमें अनूप सिंह, दीपिका पांडे, अंबा प्रसाद, इरफान अंसारी, उमा शंकर अकेला, राजेश कच्छप, भूषण बाड़ा और सोनाराम शामिल हैं. वहीं बीमार होने की वजह से नमन विक्सल कोंगाड़ी नहीं गए, वे आज जाएंगे. कल झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह की फ्लाइट छूट गई थी जिस वजह से वे नहीं जा पाईं. कहा जा रहा है आज वे दिल्ली के लिए रवाना होंगी. वहीं शिल्पी नेहा तिर्की और रामचंद्र सिंह क्षेत्र की कुछ समस्याओं की वजह से दिल्ली नहीं जा पाये. लेकिन वे लोग उनके साथ हैं.
मुश्किलों से कैसे सामना करेगी चंपाई सरकार
सवाल उठता है कि अगर इन बागी विधायकों की नारजगी दूर नहीं हुई तो चंपाई सरकार इन मुश्किलों का सामना कैसे करेगी. दरअसल बगावती तेवर सिर्फ कांग्रेस विधायकों में ही नहीं है झामुमो में भी है. लातेहार से झामुमो विधायक बैद्यनाथ राम भी मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज चल रहे हैं. लातेहार विधायक आज अपने आवास पर अनुसूचित जाति समाज के लोगों के साथ बैठक करने वाले हैं. बैठक में उनके क्षेत्र और पलामू प्रमंडल से समाज के लोग रांची आ रहे हैं. दोपहर तीन उनके आवास पर बैठक होगी. बैठक में ही आगे का निर्णय लिया जायेगा. ऐसे में चंपाई सरकार के पास बड़ी चुनौती सामने आ गई है. कांग्रेस और झामुमो भी सरकार को बचाने के लिए जुट गई है. अब देखना होगा कि ये सियासी संकट कब छंटेगा या बरकरार रहेगा.