Ranchi-गांडेय उपचुनाव के लिए आज सुबह से ही मतदाताओं की लम्बी कतार लगने की शुरुआत हो गयी. मतदान केन्द्रों पर महिलाओं की उपस्थिति भी काफी अच्छी देखी जा रही है. यह उपचुनाव इस मायने में भी महत्वपूर्ण है कि इस चुनाव के साथ ही पूर्व सीएम हेमंत की पत्नी कल्पना सोरेन पॉलिटिकल डेब्यू भी हो रहा है. इसके साथ ही कल्पना सोरेन के चेहरे में भावी सीएम की झलक भी देखी जा रही है. हालांकि खुद कल्पना सोरेन इस बात का भरोसा दिलाती दिख रही है कि अगले विधान सभा चुनाव तक कुछ भी बदलने वाला नहीं है, चंपाई सोरेन के अनुभवी नेतृत्व में सरकार अपना शेष कार्यकाल को पूरा करेगी.
क्या रंग लायेगा कल्पना का आक्रमक प्रचार?
यहां याद रहे कि गांडेय विधान सभा में करीबन तीन लाख वोटर हैं, यदि जातीय समीकरण की बात करें तो कोयरी-कुशवाहा करीबन एक लाख, मुस्लिम 75 से 80 हजार, इसके साथ ही आदिवासी समुदाय की करीबन 38 फीसदी आबादी है. सामाजिक और जातीय संरचना के हिसाब से यह इंडिया गठबंधन के लिए एक मुफीद सीट नजर आती है. झारखंड मुक्ति मोर्चा की भी यह मजबूत किला रहा है. अब देखना होगा कि गांडेय में कल्पना सोरेन का आक्रमक प्रचार क्या रंग लाता है, और हार जीत की मार्जिन कितनी रहती है, यदि हम पिछले विधान सभा चुनाव की बात करें तो सरफराज अहमद को 65023 वोट मिले थे. जबकि भाजपा के जेपी वर्मा को 56168 वोट प्राप्त हुए थे. तब आजसू अकेला मैदान में थी और उसके उम्मीदवार अर्जुन बैठा को 15361 वोट मिले थें. इस बार भाजपा के जेपी वर्मा झामुमो से बगावत के बाद कोडरमा लोकसभा से निर्दलीय मैदान में हैं, जबकि अर्जुन बैठा आजसू से बगावत कर गांडेय से निर्दलीय मैदान में हैं. भाजपा ने यहां से दिलीप वर्मा को मैदान में उतारा है. इस हालत में देखना होगा कि जीत की वरमाला किसके हाथ आती है.