Ranchi- गांडेय उपचुनाव में नामांकन के वक्त एक क्षण वैसा भी आया, जब लोगों को अपनी आंखों पर विश्वास करना मुश्किल नजर आने लगा. यह एक अविस्मरणीय क्षण था. जब देश की सियासत में धार्मिक धुर्वीकरण को जीत की कुंजी मानी जाती है. उस दौर में कल्पना सोरेन का यह अंदाज बिल्कुल जुदा था. वैसे तो इस अवसर पर सियासी दिग्गजों का जमघट था. मंत्री आलमगीर आलम से लेकर सीएम चंपाई सोरेन की मौजूदगी थी. झारखंडी टाईगर दिवंगत जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी की उपस्थिति थी. लेकिन इस भीड़ के बीच जैसे ही कल्पना का कदम गांडेय से पूर्व विधायक सरफराज अहमद की ओर बढ़ता नजर आया. मौजूद लोगों की आंखें एक टक सरफराज अहमद पर टिक गयी. इसके पहले कुछ समझ पातें, कल्पना सोरेन सरफराज अहमद के पैरों में झुकी थी. मानों सियासत की इस टेढ़ी-मेढ़ी गलियों में इंट्री के पहले मार्गदर्शन और सफलता का दुआ मांग रही हो. इस अवसर पर सरफराज अमहद भी काफी भावूक नजर आयें. मानों कोई पिता अपनी पुत्री के लिए सफल जीवन की कामना कर रहा हो.
सरफराज अहमद के इस्तीफे से खाली हुई थी गांडेय की सीट
यहां याद रहे कि सरफराज अहमद इसी गांडेय सीट से निर्वाचित हुए थें, लेकिन जैसे ही पूर्व सीएम हेमंत पर संकट के बादल मंडराने नजर आया और गिरफ्तारी की आशंका होती नजर आयी. झामुमो के अंदर मंथन तेज हुआ कि हेमंत की गिरफ्तारी के बाद सरकार और पार्टी का चेहरा कौन होगा? और इसी संकट का समाधान के लिए सरफराज अहमद ने अपना इस्तीफा पेश कर कल्पना सोरेन के लिए विधान सभा में इंट्री का रास्ता साफ किया. हालांकि इस बीच झामुमो ने उन्हे राज्यसभा भेज कर उनकी इस कुर्बानी का सम्मान किया, लेकिन आज जो तस्वीर सामने आयी. सरफराज अहमद के लिए इससे बड़ा कोई दूसरा सम्मान नहीं हो सकता.
ध्यान रहे कि सरफराज अहमद कल्पना सोरेन की जीत के लिए गांडेय में लगातार मोर्चा खोले हुए हैं, उनका दावा है कि चुनाव तो महज एक औपचारिकता हैं. गांडेय की जनता ने उसी दिन अपना मन बना लिया था. जिस दिन कल्पना सोरेन का गांडेय से चुनाव लड़ने की पहली बार चर्चा हुई थी, लोग उनका इंतजार कर रहे थें. उनका दावा है कि गांडेय की जनता इस बार एक विधायक के बजाय एक मजबूत नेता चुनने जा रही है, जो भविष्य का सीएम भी हो सकती है.
आप इसे भी पढ़ सकते हैं
Gandey By Election: नामांकन के बाद कल्पना सोरेन का शक्ति प्रदर्शन, दो लाख समर्थकों के जुटने का दावा
अभी जेल में ही गुजरेगी आईएस पूजा सिंघल की रात, सुप्रीम कोर्ट का सुप्रीम झटका, जमानत से इंकार
देश को पहला दलित पीएम! कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का रायबरेली से चुनाव लड़ने की चर्चा तेज