रांची(RANCHI)- सेना जमीन घोटाले में बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारा में बंद रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन का मामला अभी समाप्त भी नहीं हुआ है कि झामुमो नेता लोबिन हेम्ब्रम के एक दावे ने सनसनी मचा दी हैदावा किया जा रहा है कि खूंटी जिले के कर्रा में एक पूर्व डीसी के द्वारा कई एकड़ आदिवासी जमीन की खरीद की गयी है, हालांकि लोबिन हेम्ब्रम ने अभी तक उस पूर्व डीसी के नाम का खुलासा नहीं किया है, लेकिन लोबिन के इस दावे के साथ ही राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में बेचैनी देखी जा रही है, अधिकारी एक दूसरे से इसकी जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करते देखे जा रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि यदि जमीन का रकवा ज्यादा हुआ तो यह एक बड़ा मामला बन सकता है, क्योंकि इस मामले में एक डीसी का नाम जुड़ता दिख रहा है.
खूंटी जिले में आदिवासी जमीन की बड़ी लूट
इसके साथ ही लोबिन ने खूंटी जिले में बड़ी मात्रा में आदिवासी जमीनों को गैर आदिवासियों के हाथों खरीद का भी दावा किया है, राज्य की हेमंत सरकार पर निशाने साधते हुए उन्होंने कहा कि समझ में नहीं आता सरकार जमीन खऱीद पर रोक लगाने को उत्सुक क्यों नहीं है, जबकि पूरे राज्य में आदिवासी जमीन की लूट मची है.
लोबिन के नेतृत्व में उन जमीनों पर जमाया जा रहा है कब्जा
उन्होंने कहा कि खूंटी में आदिवासी समुदाय इस लूट के खिलाफ सड़क पर उतर चुके हैं, उन जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है, अब तक ऐसे 60 एकड़ जमीन को जोता कोड़ा जा चुका है, और भी वैसे जमीनों की खोज की जा रही है, जिसकी खरीद गैर आदिवसियों के हाथों की गयी है.
सरकार किसी की भी हो, लेकिन रुकी नहीं आदिवासी जमीन की लूट
लोबिन ने दावा किया राज्य में अब तक जिस पार्टी की भी सरकार रही, किसी भी सरकार के द्वारा आदिवासी जमीन की खरीद- बिक्री पर रोक का प्रयास नहीं किया, सीएनटी के बावजूद जमीन को इस बड़े पैमाने पर लूट आदिवासी समुदाय के भारी चिंता का विषय है.