TNPDESK- राहुल गांधी के लिए इस देश में खुबसूरत, जवान और हसीन युवतियों की कोई कमी नहीं है, उनके एक इशारे पर लड़कियों की लाइन लग सकती है, देश हो विदेश उनके चाहने वालों की लम्बी लाईन है, इस हालत में किसी 50 साल की बुढ़िया के द्वारा फ्लाइंग किस का आरोप लगाना बेहद हास्यास्पद है. इस प्रकार का बयान देने से पहले स्मृति ईरानी को अपने अतीत में झांक लेना चाहिए. उन्होंने अपने जीवन में क्या कारगुजारियां की हैं, उसका अवलोकन कर लेना चाहिए.
इन प्रोपगेंडों से मणिपुर हिंसा को नेपथ्य में नहीं डाला जा सकता
स्मृति ईरानी के आरोपों पर पटलवार करते हुए यह दावा नवादा से कांग्रेसी विधायक नीतू सिंह ने किया है. नीतू सिंह ने इस पूरे विवाद को भाजपा की साजिश का हिस्सा बताया है, उन्होंने कहा है कि दरअसल भाजपा इस विवाद को खड़ा कर मणिपुर हिंसा को नेपथ्य में डालना चाहती है, ताकि देश दुनिया की नजर मणिपुर की नस्लीय हिंसा से दूर हो जाय और लोग राहुल और स्मृति में उलझ कर रह जायें, लेकिन देश दुनिया को इस दावे की हकीकत मालूम है, भाजपा इस प्रकार के प्रोपगेंडा से मणिपुर हिंसा से लोगों का ध्यान भटकाने में कामयाब नहीं हो सकती. जैस-जैसे इंडिया गठबंधन आकार लेता जा रहा है, भाजपा की मुश्किलें बढ़ती जा रही है, इसलिए आने वाले दिनों में अभी और भी कई आरोप सामने आ सकते हैं. भाजपा और स्मृति ईरानी को इस प्रकार का आरोप लगाने पहले उन वीडियो को भी देखना चाहिए, जो हर दिन सोशल मीडिया की सुर्खियां बन रहे हैं. आज पूरा देश भाजपा नेताओं के चरित्र से वाकिफ हो चुका है.
दरअसल इस विवाद की शुरुआत महिला एवं बाल विकास मन्त्री स्मृति ईरानी के उस आरोप से होती है, जिसमें उनके द्वारा राहुल गांधी पर लोकसभा के अन्दर फ्लाइंग किस मारने का आरोप लगाया गया है. स्मृति ईरानी का दावा है कि नौ अगस्त को लोकसभा में अपने अभिवादन के दौरान राहुल गांधी ने फ्लाइंग किस मारा था.