रांची (TNP Desk) : झारखंड में सरकार बदल गई है. अब राज्य में हेमंत नहीं चंपाई सरकार है. इस सरकार को गठन हुए अभी 10 दिन भी नहीं हुए हैं. या यूं कहें कि चंपाई सोरेन की नेतृत्व वाली सरकार ने अभी आकार भी नहीं लिया है. मंत्रियों के शपथ होना बांकि है. विभागों का बंटवारा होना है. लेकिन विपक्ष सरकार पर हमलावर दिख रही है. खासकर झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी सरकार पर निशाना साध रही है.
योजना में भ्रष्टाचार का मामला
आप भी सोच रहे होंगे आखिर नई नवेली सरकार ने ऐसा क्या कर दिया जो उसके उपर आरोप लगाए जा रहे हैं. तो चलिए हम आपको बता दें कि तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार ने एक योजना लाई थी जिसमें कहा गया था कि राज्य के सभी लोगों का अपना आवास हो. इसी के तहत सरकार ने अबुआ आवास योजना लॉन्च की. जिसमें कहा गया था कि राज्य में करीब 20 लाख से ज्यादा लोगों को सरकार अबुआ आवास योजना के माध्यम से घर देगी. जिसका विधिवत तत्कालीन सीएम हेमंत ने लॉन्च भी किया था. इसके कुछ दिन बाद कथित जमीन घोटाले मामले में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी सीएम आवास से ईडी के द्वारा किया जाता है. हेमंत की मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद नई सरकार का गठन होता है. जिसमें चंपाई सोरेन को राज्य का मुखिया चूना जाता है. अभी नई चंपाई सरकार ने आकार भी नहीं लिया और अबुआ आवास योजना में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने लगा है. राज्य के पीड़ित लाभुक सोशल मीडिया के माध्यम से योजना से वंचित होने की जानकारी दे रहे हैं और अपनी व्यथा भी सुना रहे हैं. इसी मामले को लेकर बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया एक्स पर चंपाई सरकार पर हमला किया है.
‘चंपाई सोरेन की सरकार में भी बिचौलिए हो रहे हावी’
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने चंपाई सरकार को आगाह करते हुए सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि झारखंड में सरकार बदल गई, लेकिन इनके भ्रष्ट संस्कार नहीं बदले हैं. पूर्व की हेमंत सरकार की तरह ही चंपाई सोरेन की सरकार में भी बिचौलिए हावी हो रहे हैं. अबुआ आवास दिलाने के नाम पर गरीब जनता से अवैध वसूली की जा रही है. चंपाई सोरेन से आग्रह है कि अविलंब इस मामले की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करें.
वीडियो में लाभुकों ने कहा- योजना के नाम पर लिया पैसा
बाबूलाल ने एक वीडियो भी एक्स पर शेयर किया है, जिसमें कई लाभुक दिख रहे हैं. कुछ लाभुकों का कहना है कि लिस्ट में मेरा नाम था लेकिन बाद में मुखिया ने मेरा काट दिया, जिसे नहीं मिलना चाहिए उसे मेरे जगह पर लिस्ट दे दिया है. लाभुकों कहा कि अबुआ आवास योजना की जरूरत मुझे थी, लेकिन पैसे नहीं देने पर मेरा नाम नहीं जोड़ा गया. ऐसे लोगों को योजना का लाभ दिया जा रहा है जिसे इसकी जरूरत ही नहीं है. कई लोग ऐसे हैं जिनके पास पक्का मकान है फिर भी उसे योजना का लाभ दिया गया. वीडियो में पीड़ित लोगों ने कहा कि हमसे पैसा लिया है. किसी ने पांच हजार किसी ने दस हजार रुपए लेने की बात कही है. अब देखने वाली बात है कि चंपाई सरकार किस तरह से इस पर कार्रवाई करती है. क्योंकि इस तरह के मामले झारखंड में कई क्षेत्रों से आ रहे हैं.