TNP DESK- पिछले तीन महीनों से नस्लीय हिंसा की आग में धधकते मणिपुर के जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए विपक्षी गठबंधन इंडिया के सांसदों की एक टीम दौरा करने वाली है. ध्यान रहे कि इसके पहले राहुल गांधी के मणिपुर दौरे पर भाजपा ने काफी बवाल काटा था, उसका दावा था कि राहुल गांधी की यात्रा की खबर सुन कर मणिपुर में व्यापक विरोध हो रहा है, लोग किसी भी कीमत पर राहुल गांधी को मणिपुर में देखना नहीं चाहते हैं, प्रशासन के इसी असहयोग के कारण राहुल गांधी को अपनी यात्रा सड़क मार्ग के बजाय हेलिकॉप्टर से करनी पड़ी थी, लेकिन बाद में सोशल मीडिया उन तस्वीरों से भर गया, जिसमें सड़क किनारों हजारों हजार लोग राहुल गांधी के आगवन का इंतजार कर रहे थें.
आदिवासी महिलाओं के साथ सार्वजनिक बलात्कार और नग्न परेड पर आक्रोश की लहर
राहुल गांधी की यात्रा समाप्त होने के बाद ही वहां से आदिवासी महिलाओं सार्वजनिक बलात्कार और नग्न परेड का वीडियो सामने आया था, जिसको लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है, माना जा रहा है कि इंडिया के सांसदों की यात्रा को लेकर भी बवाल खड़ा किया जा सकता है, क्योंकि कुकियों के समर्थन में मिजोरम में निकाली गयी एक रैली पर सीएम बीरेन सिंह ने गहरी आपत्ति दर्ज की है, उन्होंने इसे अपने आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बताया है. उनका दावा है कि इस हिंसा के पीछे ड्रग कार्टेल के विरुध छेड़ी गयी लड़ाई है. साफ है कि बीरेन सिंह को विपक्षी दलों के सांसदों का यह दौरा रास नहीं आयेगा, खुद दिल्ली की सोच भी यही होगी, हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस टीम का नेतृत्व कौन करेगा, लेकिन सीएम नीतीश कुमार इस टीम का हिस्सा हो सकते हैं.