TNP DESK- 2024 के महासंग्राम का डुगडगी बजने की आहट तेज हो चुकी है. देश की सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावी मोड में आ चुके हैं, अपने विदेश दौरे से वापस आते ही पीएम मोदी भी पूरे चुनावी रंग में दिख रहे हैं. लोककल्याण मार्ग पर गतिविधियां तेज हो चुकी है. इधर भाजपा पूरे देश में मेरा बूथ सबसे मजबूत का सिंहनाद कर रही है, तो उधर केन्द्रीय मंत्री अमित शाह हर दिन चुनावी दौरे पर हैं. राज्य दर राज्य वह जमीनी हालात का जायजा लेते फिर रहे हैं.
भाजपा की तैयारियों और पीएम मोदी के तेवर से तेज हुई आशंका
दरअसल कई जानकारों का मानना है कि पीएम मोदी के तेवर और भाजपा की तैयारियों को देखते हुए इस बात की आशंका बनी हुई है कि इसी वर्ष सितम्बर-नवम्बर में लोकसभा को भंग कर चुनाव की घोषणा की जा सकती है.
मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में डरा रहा है हार का भय़
बताया जा रहा है कि जिस प्रकार मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा अपनी जमीन खोती दिख रही है, यदि यही सब कुछ चलता रहा और विश्लेषकों की भविष्यवाणी सच हुई तो राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा की वापसी मुश्किल है, इसके साथ ही मध्यप्रदेश में जिस प्रकार से हर दिन एक ना एक भाजपा नेता कांग्रेस की कदम बढ़ाता दिख रहा है, शिवराज सरकार की अलोकप्रियता अपने अंतिम शिखर है, कहीं मध्यप्रदेश भी हाथ से नहीं निकल जाये.
तीनों राज्यों में हार के बाद बढ़ सकती है भाजपा की मुश्किलें
विश्लेषकों का मानना है कि यह सबसे बड़ी चुनौती है, क्योंकि यदि ये तीनों राज्य कांग्रेस जीतने में सफल रहता है, तो भाजपा के खिलाफ पूरे देश में एक माहौल बन जायेगा, जिसके बाद लोकसभा का चुनाव जीतना एक टेढ़ी खीर बन जायेगी. दावा किया जा रहा है कि यही कारण है कि भाजपा के एक बड़ा हिस्सा इन विधान सभा चुनावों के साथ ही 2024 का लोकसभा चुनाव करवाने की रणनीति पर काम कर रहा हैं, उनकी सोच है कि यदि राज्यों के साथ ही लोकसभा का चुनाव करवा दिया जाय तो पीएम मोदी के आसरे इस हारी बाजी को पलटा जा सकता है. या बहुत हद तक नुकसान को कम किया जा सकता है.
सीएम नीतीश को भी है भाजपा की तैयारियों की खबर
भाजपा के अन्दर चल रहे इस विचार मंथन की खबर सीएम नीतीश को भी है, यही कारण है कि राजनीति के चुतर खिलाड़ी नीतीश कुमार समयपूर्व चुनाव करवाये जाने की आशंका प्रकट कर चुके हैं. उन्हे इसका भान पहले से ही था, लेकिन अपने विदेशी दौरे के बाद पीएम मोदी जिस प्रकार चुनावी मोड में दिखलायी दे रहे हैं, और जिस प्रकार भाजपा अपना बुथ सबसे मजबूत के कार्यक्रम में लगी हुई है, अपनी ताकत को झोक रही है, जदयू एक बार फिर से अलर्ट मोड में है.
दावा किया जा रहा है कि भाजपा की इसी सक्रियता को देखते हुए सीएम नीतीश ने अपने सभी विधायकों को मुख्यमंत्री आवासा बुलाया गया. सीएम नीतीश खुद सभी विधायकों से एक एक कर बात कर रहे हैं, उनकी तैयारियों का जायजा ले रहे हैं, वह कौन से मुद्दे रह गयें, जिनका समाधान शेष रह गया, इसको सूचिबद्ध किया जा रहा है.