रांची (TNP Desk) : पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी बैकफुट पर आ गई है. बीजेपी को अब आदिवासी वोट बैंक खोने का डर सता रहा है. ऐसा राजनीतिक जानकारों का कहना है. जानकारों का कहना है कि बीजेपी को ये डर है कि आदिवासी वोट बैंक कहीं हाथ से न निकल जाए, इसलिए डैमेज कंट्रोल पर जुटी हुई है. अभी बीते दो दिन से बीजेपी सीधे तौर पर JMM पर न हमला करके कांग्रेस पर निशाना साध रही है. जबकि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा झारखंड में चल रही है.
राहुल की न्याय यात्रा से घबराई बीजेपी !
दरअसल, झारखंड में राहुल गांधी अपनी न्याय यात्रा के दौरान जिस अंदाज में आदिवासियों के हितों की बात कर रहे हैं और यहां की जल, जंगल और जमीन के मुद्दे को उठा रहे हैं, उससे बीजेपी को लगता है कि अगर हम कांग्रेस पर हमला नहीं करेंगे तो आने वाले चुनाव में मुश्किलें हो जाएगी. क्योंकि लोकसभा चुनाव से पहले ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया. उसके ठीक दो दिन बाद राहुल गांधी की एंट्री झारखंड में हुई. राहुल गांधी ने अपने न्याया यात्रा के दौरान सीधे-सीधे मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र की बीजेपी सरकार आदिवासियों को कुचलना चाहती है. आदिवासी का सबसे बड़ा नेता हेमंत सोरेन को मोदी सरकार ने ईडी के द्वारा गिरफ्तार करवाया. बीजेपी आदिवासियों को कुचलना चाहती है. इसलिए आप अपने नेता हेमंत सोरेन का साथ दें और कांग्रेस के हाथों को मजबूत करें.
कांग्रेस के साथ जो रहा उसे भिजवाया जेल : अमर बाउरी
अभी विधानसभा में सोमवार को दो दिवसीय विशेष सत्र में चंपाई सरकार ने फ्लोर टेस्ट में विश्वास मत जीत लिया. सरकार के पक्ष में 47 मत पड़े, जबकि विपक्ष में मात्र 29 मत. सरकार के विश्वास प्रस्ताव के विरोध में प्रतिपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी ने कहा कि कांग्रेस जिसके साथ रही है, उसे जेल भेजवाती रही है. सत्ता पक्ष राज्यपाल के अभिभाषण का विरोध करता है, जबकि राज्यपाल उनकी ही सरकार की उपलब्धियों को बताते हैं. मोदी सरकार आने के बाद कहीं भी राष्ट्रपति शासन नहीं लगा. कांग्रेस के शासनकाल में 90 बार से अधिक राष्ट्रपति शासन लगाए गए. भाजपा ने हमेशा आदिवासियों को आगे बढ़ाने का काम किया. शिबू सोरेन को पहली बार बाबूलाल मरांडी ने राज्यसभा भेजा. आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाया. कांग्रेस का आदिवासी प्रेम केवल ढोंग है. कांग्रेस किसी का हित नहीं देखना चाहती है.
झूठी सहानुभूति व्यक्त करने वाले राहुल गांधी आदिवासी समाज से मांगे माफी : बाबूलाल मरांडी
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी हेमंत सोरेन पर न हमला करके कांग्रेस निशाना साधा. बाबूलाल ने सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो जारी कर लिखा कि झारखंड में जितने भी कल-कारखाने, खान-खदानें कांग्रेस शासनकाल में शुरू हुई, उसके लिए आदिवासियों को उनके मूल स्थान से विस्थापित किया गया. कांग्रेस ने आदिवासियों से उनकी जल, जंगल, जमीनें छिन ली, लेकिन पुनर्वास की व्यवस्था करना भूल गई. कांग्रेस की तीनों पीढ़ियों ने आदिवासी समाज को उपेक्षा और शोषण का दंश दिया है. पिछले तीन दिनों से झारखंड में आदिवासी समाज के प्रति झूठी सहानुभूति व्यक्त करने वाले राहुल गांधी को क्षमायाचना करनी चाहिए.
झारखंड में बीजेपी की राहें आसान नहीं!
इस साल दो चुनाव होने वाले हैं एक लोकसभा का चुनाव और दूसरा झारखंड में विधानसभा चुनाव. इन चुनाव में बीजेपी की राह थोड़ी मुश्किल होती दिखाई दे रही है. जिस तरीके से आदिवासी का बड़ा नेता हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी हुई उससे पूरा आदिवासी समाज आक्रोश में है. वहीं राहुल गांधी की न्याय यात्रा ने महागठबंधन को संजीवनी देने का काम किया है. इससे बीजेपी को ये डर होने लगा कि आने वाले चुनाव में कहीं हमारा वोट बैंक न खिसक जाए. बता दें कि जब से हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी हुई है तब से बीजेपी खुलकर हेमंत सोरेन के खिलाफ कुछ बोल नहीं पा रही है. जैसे अन्य लोगों की गिरफ्तारी पर हमेशा हेमंत सोरेन के खिलाफ बीजेपी कहती रही. बीजेपी को ये डर है कि अगर अभी हम हेमंत सोरेन के खिलाफ कुछ भी बोलेंगे तो आदिवासी समाज हमारे खिलाफ हो जाएंगे. इसलिए सीधे तौर पर कांग्रेस पर प्रदेश के भाजपा नेता हमला कर रहे हैं. अभी सोशल मीडिया एक्स पर जारी वीडियो में बाबूलाल ने कहा कि आदिवासी का सबसे बड़ा हितैषी कोई है तो वो बीजेपी है. बीजेपी आदिवासी समाज के लिए कई काम किये. उन्होंने अटल सरकार और मोदी सरकार तक की उपलब्धियां तक गिना डाले. इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि बीजेपी की राहें आने वाले चुनाव में इतना आसान नहीं है जितना समझ रही थी. इसलिए बीजेपी अभी से फूंक-फूंककर कदम रख रही है.