पटना(PATNA): पिछले विधान सभा चुनाव में यूपी में खूंटा गाड़ने की कीमत मुकेश सहनी को एनडीए से विदाई के रुप में चुकानी पड़ी थी, यूपी विधान सभा चुनाव का परिणाम आने के बाद भाजपा ने बिहार में उसके तीनों विधायकों राजू सिंह, सुवर्णा सिंह और मिश्री लाल यादव को भाजपा में शामिल करवा लिया था, इस प्रकार मुकेश सहनी की पार्टी में कोई विधायक ही नहीं बचा था. ध्यान रहे कि मुकेश सहनी भाजपा के सहयोग से विधान परिषद पहुंचे थें, और भाजपा के सहयोग से ही उन्हे नीतीश सरकार में मंत्री बनाया गया था. भाजपा के विरोध के बावजूद नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाये रखा, लेकिन जब उनकी विधान परिषद की सदस्यता समाप्त हो गयी, तब उन्हे अपने मंत्री पद से भी इस्तीफा देना पड़ा था.
हालांकि मंत्रिमंडल से इस्तीफे के बाद भी सीएम नीतीश कुमार और मुकेश सहनी के बीच संबंध अच्छे रहें और कई मौकों पर सहनी महागठबंधन के पक्ष में मदद करते दिखें, लेकिन हाल के दिनों में यह चर्चा जोरों पर थी कि मुकेश सहनी एक बार फिर एनडीए में शामिल होने वाले हैं, इसका संकेत उन्हे गृह मंत्रालय के द्वारा दी जा रही Y+ कैटेगरी की सुरक्षा से भी मिला. इसके साथ ही मुकेश सहनी ने बिहार सरकार के द्वारा आवंटित अपने सरकारी आवास को भी खाली कर दिया था.
अब एक बार फिर से यूपी में ताल ठोकेंगे मुकेश सहनी
लेकिन ठीक लोकसभा चुनाव के पहले सन ऑफ मल्लाह भाजपा को एक बड़ा झटका देते दिख रहे हैं, जिस यूपी के मैदान में उतरने की कीमत उन्होंने अपनी पार्टी की बर्बादी के रुप में चुकाई थी, एनडीए में शामिल होने की तमाम चर्चाओं के बीच एक बार फिर से मुकेश सहनी ने 2024 के जंगे मैदान में यूपी के अखाड़े में उतरने का संकेत दे दिया है.
दो जुलाई को अयोध्या में विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन
दरअसल मुकेश सहनी दो जुलाई को अयोध्या में विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन करने जा रहे हैं. वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने दावा किया है कि वीआईपी उत्तर प्रदेश में अपनी उपस्थिति मजबूती प्रदान करने पर दिन रात काम कर रही है, यह कार्यकर्ता सम्मेलन भी उसी का हिस्सा है. सम्मेलन में अयोध्या के साथ-साथ उसके निकटवर्ती जिलों अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर और बस्ती से हजारों कार्यकर्ता शामिल होंगे, जिसमें 2024 की रणनीतियों को अंतिम रुप दिया जायेगा.