रांची(RANCHI): राजधानी रांची भूमाफियों के स्वर्ग बनता जा रहा है, जहां और अब चाहे इनके द्वारा अपनी धौंस के बल पर जमीनों पर कब्जा किया जाता है, किसी भी खाली प्लौट पर इनकी नजर पड़ी और शुरु हो जाता है, कब्जा करने की होड़. आम जनों की बात तो छोड़ ही दीजिये, अब तो इनके निशाने पर सुप्रीम कोर्ट के जज भी आने लगे हैं.
कुछ ऐसा ही वाकया 25 जून को सामने आया था. जब शहर का कुख्यात भू माफिया शाहनवाज अली उर्फ कंजा गद्दी अपने लाव लश्कर के साथ सुप्रीम कोर्ट के रिटार्यड जज जस्टिस स्व. एमवाई इकबाल की जमीन पर कब्जा करने पहुंच गया था. विक्रांत चौक के पास फतेउल्लाह रोड पर स्थित इस जमीन की बाउंड्री को तोड़ कर वहां अपना गेट लगाने की कोशिश जाने लगी. लेकिन जैसे ही इसकी भनक वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को लगी, दोनों के बीच भिड़त की स्थिति बन गयी और तत्काल इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दी गयी. जिसके बाद प्रशासन ने अपनी निगरानी में बाउंड्री वाल को ठीक करवा दिया, और इसके साथ ही त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले से जुड़े एक भू-माफिया जुनैद रजा उर्फ चुन्ना को भी गिरफ्तार कर लिया.
26 जून को विभिन्न अखबारों में यह खबर प्रकाशित होने के बाद हाईकोर्ट ने मामले में लिया स्वत: संज्ञान
26 जून को जब भूमाफियों की यह करतूत विभिन्न अखबारों में प्रकाशित हुई तो पूरे शहर में हड़कंप मच गया, यह सवाल उठने लगा कि जब सुप्रीम कोर्ट के जज की जमीन ही सुरक्षित नहीं है, तब आम लोगों की क्या स्थिति होगी. इस खबर पर झारखंड हाईकोर्ट की भी नजर पड़ी और हाईकोर्ट ने इस मामले में स्वत: इसका संज्ञान लेते हुए मामले में कार्रवाई का आदेश दे दिया, हाईकोर्ट के हरकत में आते ही शाहनवाज अली उर्फ कंजा गद्दी को तो सांप सूंघ गया, उसने तो यह कल्पना भी नहीं की थी कि इस मामले में हाईकोर्ट की इंट्री हो जायेगी और उसकी गरदन फंस जायेगी. लेकिन यह मामला तो सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस से जुड़ा था, आखिरकार थक हार कर उसने मंगलवार को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. बुधवार को हाईकोर्ट में इस मामले में सुनवाई हुई और कोर्ट ने डीजीपी और रांची एसएसपी को गुरुवार को अपने समक्ष पेश होने का आदेश सुना दिया.