रांची- अवैध उत्खनन और मनी लांउड्रिंग मामले में फरार चल रहे पंकज मिश्रा के करीबी दाहू यादव के पिता पशुपति यादव को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है.
पिता, भाई और बेटा को बनाया गया आरोपी
यहां बता दें कि दाहू यादव के फरार होने के बाद ईडी ने दाहू यादव के पिता पशुपति यादव, बेटा राहुल यादव और भाई और जिला परिषद उपाध्यक्ष सुनील यादव को भी आरोपी बनाया है, सुनील यादव के खिलाफ वारंट भी जारी हो चुका है, माना जा रहा है कि किसी भी वक्त सुनील यादव की गिरफ्तारी हो सकती है. सभी आरोपियों के घरों पर इस्तेहार चिपकाने की औपचारिकता भी पूरी की जा चुकी है.
अंतिम बार 18 जुलाई को ईडी कार्यालय पहुंचा था दाहू यादव
ध्यान रहे कि दाहू यादव ने अंतिम बार 18 जुलाई 2022 को ईडी के रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हाजरी लगाया था, उस वक्त उसके द्वारा मां की बीमारी का हवाला देकर कुछ समय के लिए मोहलत की मांग की गई थी, लेकिन ईडी कार्यालय से जाते ही वह फरार हो गया. बीते करीबन आठ महीनों से उसकी कोई जानकारी नहीं है. इसके बाद भी कई बार दाहू यादव को नोटिस भेजा गया, लेकिन वह ईडी के समक्ष पेश नहीं हुआ, आखिरकार ईडी ने उसके परिजनों को आरोपी बनाने का फैसला लिया. यहां यह भी बता दें कि ईडी ने इस मामले में ईडी साहिबगंज के तात्कालीन डीसी रामनिवास यादव से पूछताछ कर चुकी है, माना जा रहा है कि एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा से भी पूछताछ की जा सकती है.
प्रशासनिक अधिकारियों पर अवैध खनन में शामिल माफियाओं को संरक्षण देने का भी है आरोप
ध्यान रहे कि इन सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों पर अवैध खनन में शामिल लोगों को संरक्षण देने का संदेह है. हालांकि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का दावा है कि दाहू यादव की गिरफ्तारी के लिए सभी प्रयास किये जा रहे हैं, जगह-जगह छापेमारी की जा रही है, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद उसकी गिरफ्तारी में सफलता नहीं मिल रही है.
करीबन एक हजार करोड़ रुपये की अवैध खनन का दावा
दावा किया जाता है कि खनन माफियाओं के द्वारा साहिबगंज में करीबन एक हजार करोड़ रुपये की अवैध उत्खनन किया गया है, और खनन की लूट में प्रशासनिक अधिकारियों की भी बड़ी भूमिका रही है, खनन माफियाओं के द्वारा खनन की यह लूट कोई हाल की घटना नहीं है, दावा किया जाता है कि सरकारें आती जाती रही, लेकिन इन खनन माफियाओं की लूट कभी बंद नहीं हुई.