रांची(RANCHI)- हजारों समर्थकों की मौजूदगी, अमर रहे के नारों के बीच सुभाष सिंह मुंडा के पार्थिव शरीर का दाह संस्कार संपन्न कर दिया गया. इस मौके पर विपक्षी दलों के नेताओं की मौजदूगी भी देखी गयी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, माले विधायक विनोद सिंह, भाजपा नवीन जायसवाल के साथ पद्मश्री मधु मंसूरी के साथ ही कई विपक्षी नेता मौजूद रहें.
पूरे शहर में तनाव की स्थिति
ध्यान रहे कि माकपा नेता और जमीन कारोबारी सुभाष मुंडा की हत्या के बाद पूरे शहर में तनाव की स्थिति है. आदिवासी संगठनों के द्वारा शहर के रास्तों को बाधित करने की कोशिश की गयी है. बंद का आह्रवान किया गया है. इस परिस्थिति में प्रशासन के सामने शांति पूर्ण तरीके से पार्थिव शरीर का दाह संस्कार करवाना एक गंभीर चुनौती थी. क्योंकि जैसे-जैसे खबर फैल रही थी, समर्थकों और आदिवासी संगठनों का जुटान तेज होता जा रहा था, हालांकि प्रशासन ने काफी सफलता पूर्वक इस टास्क को अंजाम दे दिया और पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार करवाने में सफलता हासिल कर ली.
हत्याकांड का उद्भेदन बड़ी चुनौती
अब पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती इस हत्याकांड का उद्भेदन करना है, हालांकि प्रशासन ने इस मामले में टास्क फोर्स का गठन कर दिया गया है, पूरे शहर की निगाहें मामले का उद्भेदन पर लगी हुई है. क्योंकि इस हत्याकांड को लेकर जहां आदिवासी संगठनों में व्यापक आक्रोश है, सरकार को मामले का उद्भेदन के लिए 24 घंटों का अल्टीमेटम दिया गया है. जिसके बाद अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान करने की चेतावनी दी गयी है. वहीं विपक्षी दलों की ओर से हेमंत सरकार को घेरने की रणनीति बनायी जा रही है. दाह संस्कार के वक्त विपक्षी दलों की इतनी बड़ी मौजूदगी इस बात का साफ संकेत है कि यह मामला अभी शांत होने वाला नहीं है, इसकी गूंज विधान सभा अन्दर भी सुनाई देगी.