पटना(PATNA): - नयी शिक्षक नियुक्ति नियमावली को लेकर नियोजित शिक्षकों की नाराजगी के बीच एक बड़ी घोषणा हुई है. सीएम नीतीश कुमार ने नियोजित शिक्षकों को इस बात के लिए आश्वस्त किया है कि सरकार जल्द ही उनके वेतनमान में बढ़ोतरी करने जा रही है. इसके साथ ही नीतीश कुमार ने यह भी कहा है कि अब बिहार में सिर्फ सरकारी शिक्षकों की ही बहाली होगी, नियोजित शिक्षक की अवधारणा को समाप्त किया जा रहा है.
नयी नियमावली को लेकर शिक्षकों में देखी जा रही है नाराजगी
ध्यान रहे कि नीतीश सरकार की नयी शिक्षक नियुक्ति नियमावली के खिलाफ नियोजित और टेट पास शिक्षकों में काफी विरोध देखा जा रहा था, उनका विरोध नयी नियमावली के तहत उनके लिए परीक्षा पास करने की अनिवार्यता को लेकर है, नयी नियमावली में सरकारी शिक्षक बनने के लिए नियोजित और टेट पास शिक्षकों को बीपीएससी की ओर से आयोजित होने वाली एक परीक्षा का पास करना अनिवार्य बनाया गया है.
बीपीएससी का सामना करने को तैयार नहीं है नियोजित शिक्षक
जबकि नियोजित शिक्षक किसी भी परीक्षा में शामिल होने से इंकार कर रहे हैं, उनका तर्क था कि उनकी नियुक्ति पहले ही परीक्षा पास करने के बाद हुई है, बावजूद इसके एक बार फिर से परीक्षा पास करने की शर्त क्यों जोड़ी जा रही है? जबकि विपक्ष में रहते हुए तेजस्वी यादव के द्वारा यह सभी नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक बनाने का आश्वासन दिया गया था, फिर यह बदलाव क्यों है? अब नियोजित शिक्षकों के इसी जख्म पर मरहम लगाते हुए सीएम नीतीश कुमार ने उनके वेतनमान में वृद्धि का आश्वासन दिया है