रांची(RANCHI): झारखंड में सियासी हलचल के बीच लैंड घोटाला मामले में राज्य के मुख्यमंत्री को ED ने गिरफ्तार कर लिया. सियासी दावों के बीच हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री के पद से राजभवन जाकर राज्यपाल को इस्तीफा सौप दिया.इसके बाद गठबंधन दल की ओर से सरकार बनाने का दावा पेश किया गया और समय की मांग की गई.लेकिन जैसी सूचना है राज्यपाल ने सभी विधायकों को बाहर जाने का आदेश दिया और बाद में समय देने की बात कही गई. जैसे ही विधायकों को राज्यपाल ने बाहर जाने को कहा इसके बाद सभी विधायक राजभवन के बाहर नारेबाजी करने लगे.अब साफ़ है कि अगर राज्यपाल सरकार बनाने के दावे पर अगर कल तक कोई फैसला नहीं लेते है तो फिर राज्य में राष्ट्रपति शासन के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा. इस दौरान मंत्री बन्ना गुप्ता जब राजभवन से बाहर आए तो उन्होंने हाथ जोड़ कर कहा कि उनके पास बहुमत का आकड़ा है,उन्हें महामहिम सरकार बनाने का न्योता दे. इधर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भाजपा और जांच एजेंसी पर चुनी हुई सरकार को गिराने और षड्यंत्र करने का आरोप लगाया है गौरतलब है मौजूदा परिस्थिति में राज्य के मुखिया का पद खाली है और इसे यू ही नहीं छोड़ा जा सकता , ऐसी परिस्थिति में जब तक सूबे में किसी की सरकार नहीं बन जाती तबतक के लिए राष्ट्रपति शासन ही विकल्प होगा जाहिर है इस बाबत गृह मंत्रालय से मंतव्य मांगी जाएगी.
बता दे कि मंगलवार की दोपहर ईडी के अधिकारी सीएम आवास में सीएम से पूछताछ के लिए पहुंचे थे.इस बीच जो सवाल ईडी के पास थे उसका जवाब सीएम के पास नहीं था.बाद उन्हें बताया गया कि आपको गिरफ्तार किया जाता है.