रांची (TNP Desk) : झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 23 फरवरी से आहूत की गई है जो 2 मार्च तक चलेगा. बजट सत्र को लेकर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मंजूरी भी दे दी है. इधर, बजट सत्र को लेकर 22 फरवरी को सत्ता पक्ष के सभी विधायकों की बैठक बुलाई गई है. कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पर शाम 4 बजे बैठक होगी. जिसमें विधायकों के लिए व्हिप भी जारी होगी.
दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं नाराज विधायक
सवाल उठता है कि बजट सत्र को लेकर 22 फरवरी को होने वाले बैठक में क्या कांग्रेस के नाराज विधायक शामिल होंगे. विधायकों के जो तेवर है उससे ऐसा नहीं लगता है कि वे लोग शामिल होंगे. अभी 12 नाराज विधायकों में से आठ दिल्ली में बैठे हुए हैं. नाराज विधायकों को उम्मीद है कि आलाकमान से बातचीत हो सकती है. लेकिन माना जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान इन एमएलए से बातचीत करने के मूड में नहीं है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि दिल्ली में डटे सभी आठ विधायक बैरंग हाथ राजधानी रांची लौट जायेंगे. लेकिन जो तेवर है उससे ऐसा नहीं लगता है कि बैठक में शामिल हो सकते हैं. फिर भी असंतुष्ट विधायकों की नाराजगी को कम करने के लिए कांग्रेस के वरीय नेता उनसे लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही कोई समाधान निकल जायेगा.
आलाकमान से मिलने का कर रहे इंतजार
झारखंड कांग्रेस के असंतुष्ट विधायक कांग्रेस नेता उमंग सिंघार और प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने नाराज विधायकों से इस मामले पर बातचीत की. नाराज विधायकों का कहना है कि हम कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्य मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव केसी वेणुगोपाल से मिलने का इंतजार कर रहे हैं. उनसे मुलाकात होने पर हम अपनी बातों को उनके सामने रखेंगे. वहीं आलाकमान को नाराज करने के पक्ष में भी विधायक नहीं है. फिर भी कुछ विधायकों का कहना है कि उन्हें पार्टी अध्यक्ष के निर्देश का इंतजार है.
झामुमो कार्य समिति की 11 बजे होगी बैठक
झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 23 फरवरी से शुरू हो रहा है. चंपाई सरकार 27 फरवरी को वर्ष 2024-25 का बजट सदन में पेश करेगी. इससे पहले गठबंधन दलों की बैठक होगी. वहीं 22 फरवरी को ही झामुमो कार्य समिति की बैठक भी सुबह 11ः00 बजे बुलाई गई है, जिसमें पार्टी के सभी विधायक और सांसद शामिल होंगे. यह बैठक भी कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में ही होगी.
बैठक में शामिल नहीं हुए असंतुष्ट विधायक तो कहां फंसेगा पेंच
गठबंधन दल की बैठक में कांग्रेस के असंतुष्ट विधायक नहीं शामिल हुए तो क्या होगा? यहां हम आपको बता दे रहें कि बैठक तो होगी, बजट सत्र भी 23 फरवरी से शुरू हो जाएगा. लेकिन जिस दिन यानि 27 फरवरी को बजट पेश होगा उसी दौरान पेंच फंस जायेगा. दरअसल बजट पेश होने से पहले वोटिंग होती है. वोटिंग में सत्ता पक्ष के विधायक ही अगर वोट नहीं किये तो बजट पेश नहीं होगा. ऐसे में सरकार भी अल्पमत में आ जायेगी और विपक्ष के निशाने पर सरकार आ जायेगी. जिससे सरकार की बहुत किरकिरी होगी. हालांकि सरकार कभी नहीं चाहेगी कि हमारी किरकिरी हो. इसलिए सभी नाराज विधायकों को मनाने में वरीय नेता जुट गए हैं.