Patna- इंडिया टीवी और सी वोटर सर्वे के द्वारा बिहार की 40 में से 26 लोकसभा की सीटों पर इंडिया गठबंधन की जीत के दावे के साथ ही तेजस्वी यादव का बॉडी लैंग्वेज अचानक से बदला-बदला नजर आने लगा है. तेजस्वी की आक्रमता में तेजी आती दिख रही है और बेहद सख्त अंदाज में पीएम मोदी को निशाने पर लेते दिख रहे हैं.
अब तक पांच लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां देने का दावा करते हुए तेजस्वी ने कहा कि हमने सरकार में आते ही नौकरियों पिटारा खोल दिया, बहाली की प्रक्रिया को तेज कर दिया, आने वाले दिनों में और भी कई बड़ी बहालियां सामने आने वाली है, 10 लाख से भी अधिक युवाओं को सरकारी देकर हम अपना वादा पूरा करेंगे. लेकिन भाजपा की 2 करोड़ नौकरियों के वादे का क्या हुआ? 18-18 लाख सबों के पॉकेट में देने की तरह ही 2 करोड़ की नौकरियां का वादा भी एक जुमला साबित हुआ.
वह दिन दूर नहीं जब नेपाल से भी पीछे खड़ा नजर आयेगा बिहार
मोदी सरकार पर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में फिसड्डी रहने का आरोप हुए तेजस्वी के कहा कि आज पूरे देश में सबसे अधिक काम बिहार में हो रहा है. इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के बड़े बड़े मिशन को पूरा किया जा रहा हैं, खुद केन्द्र सरकार के द्वारा जारी आंकड़ों से इसकी पुष्टि होती है कि जीडीपी में बिहार डब्बल डिजिट में प्रवेश कर चुका है, यह रफ्तार पूरे देश में किसी और राज्य की नहीं है, वह गुजरात मॉडल जिसका ढिंढ़ोरा पीटा जाता है, वह भी हमसे पीछे खड़ा है. लेकिन सवाल यह है कि पिछले नौ वर्षो में देश कहां खड़ा हो गया, पीएम मोदी की अदूरदर्शी नीतियों के कारण आज हम बांग्लादेश से भी पीछे खड़े है और वह दिन भी दूर नहीं है. जब हम नेपाल से भी पीछे खड़े नजर आयेंगे.
विकास के मुद्दे पर चुनाव नहीं लड़ना चाहती
तेजस्वी ने कहा कि यही कारण है कि भाजपा विकास के मुद्दे पर कोई चुनाव लड़ना नहीं चाहती, सिर्फ हिन्दू मुसलमान का हौवा खड़ा करने की रणनीति पर काम करती है, और उसकी इसी विभाजनकारी नीतियों को कारण देश का बंटाधार हो रहा है.