Ranchi- 14वें राउंड तक जीत की ओर अग्रसर होती आजसू उम्मीदवार यशोदा देवी का काफिला 15वें राउंड के बाद सिमटता नजर आने लगा और 19वें राउंड आते आते बेबी देवी ने करीबन नौ हजार मतों से लीड हासिल कर लिया.
यहां बता दें कि आज सुबह से यशोदा देवी लगातार लीड बनाये हुए थी, जिसके बाद बेबी देवी के लिए यह मुकाबला मुश्किल होता नजर आने लगा था, लेकिन जैसे जैसे 15वें राउंड से आगे काउटिंग बढ़ा, बेबी देवी मुकाबले में वापस गयी और 19 वें राउंड की गिनती तक करीबन 9हजार मतों से यशोदा देवी को पीछे छोड़ दिया. इस प्रकार 19वें राउंड से आजसू-भाजपा डुमरी के मैदान से बाहर निकला दिखालाई देने लगा. हालांकि अभी भी करीबन 5 राउंड की गिनती बाकी है, लेकिन आजसू के लिए अब 9 हजार मतों का पाट पाना काफी मुश्किल होगा.
इस चुनाव के नतीजे जो भी हों लेकिन जिस प्रकार से यशोदा देवी ने झामुमो उम्मीदवार को चुनौती पेश किया है, उससे से साफ है कि आजसू भाजपा का यह कॉकटेल आने वाले दिनों में झामुमो के सामने कड़ी चुनौती पेश कर सकता है, झामुमो को आजसू को हल्के में लेना गंभीर भूल साबित हो सकता है.
यहां बता दें कि दूसरे राउंड की गिनती तक यशोदा देवी अपने निकतम प्रत्याशी बेबी देवी से आगे चल रही थी, लेकिन चौथा राउंड में बेबी देवी ने यशोदा देवी को पीछे धकेल दिया, लेकिन यह बढ़त बरकरार नहीं रही और पांचवे राउंड आते आते यशोदा देवी ने एक बार फिर से 1130 मतों से बढ़त हासिल कर लिया था.
हालांकि अभी इसे जीत का ट्रेंड कहना मुश्किल है, लेकिन जिस प्रकार से रामगढ़ उपचुनाव में विजय पताका फहराकर आजसू ने झारखंड की राजनीति में इस बात रेखांकित कर दिया था कि बगैर उसके भाजपा का जीत के करीब भी पहुंचना मुश्किल है, उसको देखते हुए यह प्रारम्भिक बढ़त भी इंडिया खेमें में बेचैनी ला सकता है, और यदि यह बढ़त वाकई जीत की ओर अग्रसर होता है, तो आने वाले दिनों में यह भाजपा के लिए भी मुसीबत खड़ी हो सकती है, इस जीत के बाद ना सिर्फ आजसू का हौसला आसमान पर होगा, बल्कि पर आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा पर कठोर शर्ते लागू करनी की हैसियत में होगा और यही स्थिति भाजपा नहीं चाहती. भले ही वह आजसू के साथ हो, लेकिन उसकी आंतरिक कोशिश आजसू को छोटा प्लेयर बनाने रखने की है, लेकिन जीत दर जीत हासिल कर आजसू यह संकेत देने की कोशिश रही है कि वह झारखंड की राजनीति में भाजपा से बड़ा खिलाड़ी है और यदि भाजपा को झारखंड में आगे की रणनीति करनी है, झारखंड की कुर्सी तक पहुंचना है तो उसे आजसू की शर्तों पर चलना ही होगा, और सुदेश महतो के नेतृत्व को स्वीकार करना होगा. फिलहाल भाजपा इस मनोस्थिति के तैयार नहीं दिखती, उसकी सोच आज भी रघुवर दास की रणनीति पर चलने की है, जो अपने दम पर झारखंड की राजनीति में कमल खिलना चाहती है.
पचंबा बाजार समिति परिसर में हो रही है गिनती
ध्यान रहे कि मतदान के लिए पचंबा बाजार समिति परिसर में मतगणना केंद्र बनाया गया है. 24 राउंड की गणना के बाद छह प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा. पांच सितम्बर को यहां करीबन 65 फीसदी वोटिंग हुई थी.
इनकी किस्मत लगी है दांव पर
- बेबी देवी, आईएनडीआईए समर्थित झामुमो प्रत्याशी
- यशोदा देवी, एनडीए समर्थित आजसू पार्टी प्रत्याशी
- अब्दुल मोबिन रिजवी, एआईएमएआई
- कमल प्रसाद साहू, निर्दलीय प्रत्याशी
- नारायण गिरि, निर्दलीय प्रत्याशी
- रोशन लाल तुरी, निर्दलीय प्रत्याशी