Ranchi-पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को तीन जुलाई को राजभवन में मंत्री पद की शपथ दिलायी जानी है. इसकी सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी है. हेमंत सोरेन के इस कदम को उनका मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है, दावा किया जा रहा है कि हेमंत सोरेन के इस कदम से कुर्मी-कोयरी महतो सहित उनके लाखों समर्थकों का झामुमो के पक्ष में गोलबंदी तेज होगी, जिसके बाद डुमरी विधान सभा उपचुनाव महज एक औपचारिकता रह जायेगी.
लेकिन भाजपा हेमंत सोरेन के इस कथित मास्ट्रर स्ट्रोक को एक गलत राजनीति परंपरा बतला रही है, उसका दावा है कि यह मंत्री बनाकर चुनाव लड़ाना लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत है. हालांकि झामुमो इसके पहले भी मधुपुर में यह दांव आजमा चुकी है, उसे सफलता भी हाथ लगी है, लेकिन राजनीतिक सफलता अलग चीज है और लोकतांत्रिक मूल्य अलग, हमें लोकतांत्रिक मूल्यों के हिसाब से ही अपना राजनीतिक आचरण तय करना होगा और परंपराओं की रक्षा करनी होगी.
भाजपा के आरोप पर झामुमो का तंज
भाजपा के इस आरोप पर पलटवार करने में झामुमो भी पीछे नहीं रही. झामुमो भाजपा पर गैर भाजपा शासित राज्यों में वहां की सरकारों को अस्थिर करने का आरोप लगाया. झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि जहां जहां भी गैर भाजपा शासित दलों की सरकार है, भाजपा वहां दिन रात सरकार को अस्थिर करने में लगी रहती है, उन्हे अपने संवैधानिक दायित्वों के निर्वहण से रोका जाता है, कदम कदम पर बाधाएं खड़ी की जाती है, लेकिन इन तमाम दुश्वारियों के बावजूद हेमंत सरकार लगातार अपने चुनावी वादों को पूरा करने में जुटी हुई है. रही बात बेबी देवी को मंत्री पद की शपथ दिलवाने का तो इसके पहले भी कई राज्य और केन्द्र सरकारें इस तरह के प्रयोग कर चुकी है. भारत का संविधान इसका हक देता है. बेबी देवी को मंत्री पद की शपथ पत्र दिलवाने का एकमात्र मतलब सरकार की गतिविधियों को तेज करना है.
बेबी देवी का अतीत
ध्यान रहे कि दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को कल राजभवन में 12 बजे मंत्री पद की शपथ दिलायी जानी है. बेबी देवी का मायके गोमो स्थित जीतपुर में है, इनके पिता स्वर्ग भवानी महतो और माता स्वर्गीय झुमरी देवी थी, वर्ष 1979 में बेबी देवी की शादी जगन्नाथ महतो के साथ हुई थी, वह अपने माता पिता की एकलौती बेटी है, बेबी देवी की 4 पुत्री और 1 पुत्र हैं, चारों बेटियों की शादी हो चुकी है. पुत्र अखिलेश महतो उर्फ राजू छोटे हैं, जगन्नाथ महतो के निधन के बाद पिछले ढाई माह से डुमरी विधानसभा क्षेत्र में पार्टी कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से वह अपने पुत्र अखिलेश महतो के साथ शामिल हो रही है.