रांची(RANCHI)-भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेवारी संभालने के बाद बाबूलाल मरांडी लगातार कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं, हालांकि उनकी यह सक्रियता जमीन पर कम और सोशल मीडिया एकाउंट पर कुछ ज्यादा ही नजर आती है. हालांकि संकल्प यात्रा के जरिये इस ट्विटर वाली छवि को बदलने की कोशिश जारी है,
ताजा मामले में बाबूलाल का एक नया ट्वीट विवादों को जन्म देता नजर आ रहा है, और माना जा रहा है कि कांग्रेस इसके खिलाफ मोर्चा खोल सकती है, और यह कानूनी लड़ाई का रुप ले सकता है. दरअसल बाबूलाल मरांडी ने यह दावा कर सनसनी फैला दी है कि कांग्रेस का आईटी सेल चीन से संचालित हो रहा है. लेकिन जिस यूआरएल के सहारे बाबूलाल ने यह दावा किया, कांग्रेस को चीनी एंजेट बतलाया और यह दावा कर दिया कि कांग्रेस का आईटी सेल चीनी से काम कर रहा है. अब उस यूआरएल की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गये हैं.
ईडी सीबीआई से जांच करवाये बाबूलाल
हालांकि इसका दावा करते वक्त बाबूलान ने मीडिया रिपोर्ट्स का दावा किया था, लेकिन किसी मीडिया के हवाले उन्हे यह खबर हाथ लगी, अपने ट्वीट में इसका कोई जिक्र नहीं किया. इस ट्वीट को सामने आते ही सोशल मीडिया साइट पर भी इसका विरोध शुरु हो गया है, यूजर यह सवाल पूछ रहे है कि ईडी से लेकर सीबीआई सब कुछ आपके पास है, तो इसकी सत्यता की जांच क्यों नहीं करवा लेते और यदि ईडी सीबीआई पर भी विश्वास नहीं है तो रॉ से इसकी जांच करवायी जा सकती है, सरकार आपकी है, आप यह देरी क्यों कर रहे हैं, सिर्फ आरोप लगा कर लोगों में भ्रम फैलाना बंद करें. किसी अनजान मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले इस प्रकार का दावा करने का क्या औचित्य है. जबकि एक कई यूजर ने बाबूलाल को अपना ट्वीट डीलिट करने की सलाह देते हुए कहा कि यह यूआरएल कांग्रेस का नहीं है. इस प्रकार के फेक न्यूज के सहारे इस प्रकार का दावा करना आपकी खुद की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल पैदा करता है, कुछ भी लिखने के पहले उसकी सत्यता की जांच कर लें.
अपनी ही आईटी सेल के बिछाये जाल में फंसे बाबूलाल
जबकि कुछ का दावा है कि यह मनगढ़ंत कहानी और किसी के द्वारा नहीं बल्कि भाजपा के आईटी सेल के द्वारा ही फैलाया गया है, चूंकि बाबूलाल लिखने-पढ़ने के पहले सतर्कता का अभाव बरतते हैं, इसलिए वह खुद अपनी ही पार्टी के आईटी सेल के द्वारा फैलायी गयी झूठी कहानी का शिकार हो गयें और इस प्रकार का तथ्यहीन दावा पेश कर दिया.