रांची(RANCHI): एक तरफ जहां बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के द्वारा भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग को लेकर पूरे देश में बवाल है, बाबा के बयानों को लेकर बिहार की राजनीति साफ-साफ दो फाड़ होती दिख रही है. जहां भाजपा की कोशिश बाबा के सहारे बिहार की राजनीति में जाति अस्मिता और सामाजिक न्याय की लड़ाई को पीछे धकेल हिन्दू मतों का ध्रुवीकरण करने की है. जिससे कि दलित-पिछड़ों की गोलबंदी भाजपा के पक्ष में हो सके, वहीं महागठबंधन की ओर से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को विवादों का बाबा बताया जा रहा है. महागठबंधन अपने समर्थक समूहों को यह संदेश देने की कोशिश में जुटा है कि बाबा के पीछे और कोई नहीं भाजपा खड़ी है, और यह धर्म का मामला नहीं होकर दलित-पिछड़े और वंचित समुदायों के मुद्दों को भटकाने की राजनीति है. महागठबंधन के नेताओं का कहना है कि हिन्दू राष्ट्र की मांग करने वाले बाबा पहले यह बतायें कि जातीय जनगणना पर उनकी क्या राय है?
बाबा को सीएम नीतीश की सलाह
बाबा को निशाने पर लेते हुए सीएम नीतीश कुमार ने साफ शब्दों में कहा है कि बाबा से आशीर्वाद लें, दान-दक्षिणा दें और उन्हें विदा कर दें. उन्होंने कहा कि जिनका जन्म आजादी के बाद हुआ है, जिन्होंने आजादी का संघर्ष नहीं देखा, उसकी कुर्बानियां नहीं देखी है, हिन्दू राष्ट्र की मांग उन्हे के द्वारा की जा रही है, यह देश जितना हिन्दूओं का है, उतना ही अल्पसंख्यकों का भी, हम किसी भी विभाजनकारी नीतियों को बिहार में चलने नहीं देंगे.
हालांकि उन्होंने कहा कि पूजा-पाठ का अधिकार सबों को है, लेकिन इसके नाम पर भड़काऊ बयानों की इजाजत कदापी नहीं दी जा सकती. किसी को भी एक सीमा के आगे बयान देने की इजाजत नहीं दी जा सकती, क्योंकि उसके आगे कानून अपना काम करना शुरु कर देता है.
बाबा के विवादास्पद बयान के बाद विधायक इरफान अंसारी की इंट्री
लेकिन अब इस विवाद में झारखंड की राजनीति में अपने बयानों को लेकर चर्चा का केन्द्र बिन्दु बने रहने वाले विधायक इरफान अंसारी की इंट्री हो चुकी है. बाबा पर तंज कसते हुए विधायक इरफान अंसारी ने कहा है कि एक बाबा से तो देश पहले से ही परेशान है, अब यह दूसरा बाबा कहां से आ गया? यह देश सबों का है, यहां हिन्दू मुसलमान और दूसरे सभी धर्म के लोग मिलजुल कर रहते हैं, यही हमारी संस्कृति है, यही हिन्दूस्तान की खूबसूरती भी. देश की आजादी में जितना खून हिन्दूओं का बहा है, उतना ही मुसलमानों और दूसरे धर्मों के अनुयायियों का भी, किसी भी बाबा के द्वारा हिन्दू राष्ट्र के निर्माण की बात करना बेहद खतरनाक है, यह बयान देकर बाबा धर्म का प्रचार नहीं कर रहे हैं. यह खूली राजनीति है. और उनकी राजनीति सामने आ चुकी है.
'अल्लाह-हू-अकबर' के नारे से बढ़ेगा भाईचारा
विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि बाबा का सारे धर्मों का सम्मान करना चाहिए, और अच्छा होता कि वह अपने मंच से 'अल्लाह-हू-अकबर' का नारा भी लगातें. इससे हिन्दू मुसलमानों दोनों में अच्छा संदेश जाता, दोनों धर्मों के बीच भाईचारा बढ़ता. वह बाबा हैं तो धार्मिक सदभावना की बात करे, विभाजनकारी नारों को सामने नहीं लायें.
बाबा को इरफान अंसारी की चुनौती
इरफान अंसारी यहीं नहीं रुके उन्होंने यहां तक कहा दिया कि खैर मनायें कि बाबा ने यह बयान बिहार में दिया है, यदि यही बयान झारखंड में दिया जाता तो यहां के आदिवासी और दलित उनका माकूल जवाब दे देतें. इसके साथ ही इरफान अंसारी ने जामताड़ा में इस देश का सबसे बड़ा बजरंगबली का मंदिर बनवाने की घोषणा भी की. इरफान अंसारी ने कहा कि भले ही मंदिर निर्माण में उन्हे अपनी किडनी बेचनी पड़े. लेकिन यह पूरा होकर रहेगा.
सपने में आये थें हनुमान जी
इरफान ने दावा कि कर्नाटक चुनाव के पहले ही हनुमान जी मेरे सपने आये थें और तब मैंने उनसे जीत की मन्नत मांगी थी, हनुमान जी की असीम कृपा से कर्नाटक में कांग्रेस को विजय मिली और अब हम मंदिर निर्माण कर उनका सम्मान करेंगे. ताकि आगे भी उनकी कृपा कांग्रेस पार्टी और इस देश पर बनी रहे और देश में अमन और भाईचारा कायम रहे.